सुधा भारद्वाज भी रिया चक्रवर्ती के साथ भायखुला जेल में रहीं

ताकि वह टीवी न देखें क्योंकि लोग उस टीवी को हमेशा चालू रखते। हर समय अपने केस के बारे में सुनना उन्हें परेशान कर देता।'

Update: 2022-10-19 03:07 GMT
रिया चक्रवर्ती को एक्टर और बॉयफ्रेंड सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बहुत मुश्किल भरा वक्त देखना पड़ा था। साल 2020 में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद वह करीब 28 दिन तक भायखला जेल में रहना पड़ा था। जहां जेल के बाहर एनसीबी से लेकर ईडी और सीबीआई के बीच रिया और इस हाई प्रोफाइल केस को लेकर हल्ला मचा था, वहीं जेल के अंदर एक्ट्रेस की जिंदगी कैसी बीत रही थी, इसकी पूरी जेल में रिया के साथ रहीं सुधा भारद्वाज ने सुनाई है।
सुधा भारद्वाज एक मानवाधिकार वकील और ट्रेड यूनियनिस्ट हैं। उन्हें भायखुला जेल से दिसंबर 2021 में रिहा किया गया था। सुधा भारद्वाज को भीमा कोरेगांव केस में गिरफ्तार किया गया था और तीन साल बाद उन्हें जेल से रिहाई मिली। सुधा भारद्वाज ने एक इंटरव्यू में बताया है कि Rhea Chakraborty ने किस कदर जेल में किसी तरह के नखरे नहीं दिखाए और कैदियों के साथ मिल-जुलकर रहीं। रिया चक्रवर्ती को जेल से 28 दिन बाद रिहा किया गया था।
रिया की भायखुला जेल की कहानी, सुधा की जुबानी
सुधा भारद्वाज ने 'न्यूज लॉन्ड्री' से बातचीत में जेल में कटे रिया चक्रवर्ती के 28 दिनों के बारे में बताते हुए कहा कि एक्ट्रेस का जेल अन्य कैदियों संग अच्छा व्यवहार था। वो भी रिया को बेहद पसंद करते थे। यही वजह रही कि जब रिया चक्रवर्ती रिहा होने वाली थीं तो सभी कैदी उन्हें गेट तक छोड़ने आए। और तो रिया चक्रवर्ती के पास उस समय जो भी पैसे बचे थे, उनसे खरीदकर कैदियों को मिठाई बांटी और उनके लिए डांस भी दिया।
'रिया को स्पेशल सेल में रखा गया'
सुधा भारद्वाज ने कहा, 'मीडिया में Sushant Singh Rajput के बारे में लगातार चल रहा था और बस चले ही जा रहा था। यह एकदम पागल करने वाला था। उस समय हम यही कहते थे कि रिया को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। हम इससे नाखुश थे। इसलिए मुझे बहुत खुशी हुई कि रिया को मुख्य बैरक में नहीं लाया गया और उन्हें स्पेशल सेल में रखा गया था। मुझे लगता है कि उन्हें वहां इसलिए रखा गया था ताकि वह टीवी न देखें क्योंकि लोग उस टीवी को हमेशा चालू रखते। हर समय अपने केस के बारे में सुनना उन्हें परेशान कर देता।'

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