रिहा हुए सूरज पंचोली

10 साल में केस में क्या-क्या हुआ?

Update: 2023-04-28 15:28 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | “मैं अंदर से मरी हई महसूस कर रही हूं। मेरे प्यार के बदले तुमने मुझे धोखा और झूठ दिया। मैं गर्भवती होने से डरती थी लेकिन फिर भी मैंने अपने आप को पूरी तरह से तुम्हें सौंप दिया। जो दर्द तुमने मुझे दिया है उसने मुझे हर दिन खत्म किया है। मैं अपने 10 साल के करियर को और सपनों को अलविदा कह रही हूं। कोई दूसरी लड़की तुम्हारे लिए उतना नहीं करेगी, तुम्हें उतना प्यार नहीं देगी, जितना मैंने दिया और ये मैं इसे अपने खून से लिख सकती हूं।” 3 जून, 2013 को 6 पन्नों वाले सुसाइड नोट में अपने बॉयफ्रेंड सूरज पंचोली की बेवफाई की दास्तां लिखकर बॉलीवुड ऐक्ट्रेस जिया खान ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी।

10 साल ये इस मामले में कानूनी तौर पर जांच पड़ताल हो रही है। जिया खान सूसाइड केस में एक्टर आदित्य पंचोली और एक्ट्रेस जरीना वहाब के बेटे सूरज पंचोली पर आरोप हैं कि उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड जिया खान को आत्महत्या करने के लिए उकसाया है। 20 अप्रैल 2023 को CBI के विशेष न्यायधीश AS सैय्यद ने दोनों पक्षों की दलील सुनी थी, जिसके बाद 28 अप्रैल 2023 को CBI की विशेष अदालत ने इस केस पर अपना फैसला सुनाया। आपको बता दें कि जिया खान के सुसाइड के केस में सूरज पंचोली को रिहा कर दिया गया है।

Jiah Khan Suicide Case: 10 साल पुराने इस मामले में क्या-क्या हुआ, आइए, आपको एक-एक करके सब बताते हैं।

3 जून, 2013 वो दिन था जब 25 साल की जिया खान ने जुहू के सागर संगीत बिल्डिंग में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जिया ने 6 पन्नों नोट लिखा था, जिसके बाद पुलिस ने 11 जून, 2013 को सूरज पंचोली को गिरफ्तार किया था। हालांकि, इस केस में जिया खान के बॉयफ्रेंड और एक्टर सूरज पंचोली को 1 जुलाई, 2013 को हाई कोर्ट से बेल मिल गई थी। यानी जिया के सुसाइड के बाद महज एक महीने के भीतर, वो जेल से बाहर आ गए थे और पिछले 10 सालों से वो बेल पर बाहर ही है। जिया खान की मां राबिया अपनी बेटी के लिए इंसाफ की मांग कर रही है। उन्होंने सूरज पर आरोप लगाया था कि सूरज ने जिया को अबॉर्शन कराने के लिए मजबूर किया। उनका कहना है कि ये आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है।

साल 2014 में जिया की मां ने मांग की कि इस केस को CBI को सौंप दिया जाए। जिसके बाद, बोम्बे हाईकोर्ट ने 3 जुलाई 2014, यानी जिया के सुसाइड के एक साल, एक महीने बाद इस केस में CBI जांच के आदेश दिए थे। साल 2015 में CBI ने कोर्ट में सूरज पंचोली के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर थी।

जिसके बाद साल 2022 में जिया की मां ने बॉम्बे हाईकोर्ट में इस मामले की नए सिरे से जांच की मांग की थी, हालांकि, कोर्ट ने उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया था। ये केस अपने अंतिम चरण पर आया जब 20 अप्रैल 2023 को कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना, और अपने फैसले को सुरक्षित रखा। जिसके बाद 28 अप्रैल 2023 को इस केस में फैसला सुनाया गया है। कोर्ट ने कहा कि ठोस सबूत ना होने के कारण सूरज को रिहा किया गया है।

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