अपने ओटीटी डेब्यू से बेहद खुश हैं सोनाली बेंद्रे, बोलीं- 'लगा फिर करियर शुरू हुआ है'
ओटीटी में काम करना मेरे लिए बिलकुल नया अनुभव है. ऐसा लग रहा है जैसे मेरा करियर फिर शुरू हो रहा है.’
मुंबईः सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre) 90 के दशक की हिट और सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली अभिनेत्रियों में से एक हैं. उन दिनों ही नहीं आज भी अभिनेत्री को पसंद करने वालों की कोई कमी नहीं है. सोनाली हमेशा ही इंडस्ट्री में एक्टिव रही हैं. लेकिन, बीते कुछ समय से वह स्क्रीन से गायब थीं. अब सोनाली एक बार फिर से अपनी एक्टिंग का जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं. लेकिन, फिल्मों के जरिए नहीं, बल्कि ओटीटी प्लेटफॉर्म के जरिए सोनाली फैंस के बीच फिर दस्तक दे रही हैं. सोनाली ने अब अपने ओटीटी डेब्यू पर खुलकर बात की है.
एक इंटरव्यू में सोनाली कहती हैं कि ओटीटी में डेब्यू के जरिए उन्हें ऐसा फील हो रहा है जैसे उनका करियर फिर से शुरू हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने अपने को-स्टार्स श्रेया पिलगांवकर और जयदीप अहलावत के साथ किए काम को लेकर अपना अनुभव भी शेयर किया. सोनाली ने अपने ओटीटी डेब्यू पर खुशी भी जाहिर की.
लंबे समय बाद फेस किया कैमरा
लंबे समय बाद कैमरा फेस करने के सवाल पर सोनाली कहती हैं- 'ऐसा लग रहा है जैसे पहली बार मुझे कोई बंधी हुई स्क्रिप्ट मिली है. इसलिए मैं आपको बता नहीं सकती कि ये मेरे लिए कितना रोमांचकारी है. मैं अपने किरदार के लिए पूरी तरह तैयारी कर लूं, इसके लिए मुझे पहले ही पूरी स्क्रिप्ट दे दी गई और मुझे ये प्रक्रिया बेहद पसंद आई. इंडस्ट्री में अब जैसे काम हो रहा है, यह मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. टीम के साथ सेट पर बातचीत और टीम का उत्साह बेहद कमाल का था.'
पति और बेटे का रिएक्शन
सोनाली आगे कहती हैं- 'अपनी लाइन मिल जाने के बाद न्यूज रूम के लिंगो में ढलना काफी आसान था. जब मेरे बेटे ने शहर में मेरे होर्डिंग्स देखे तो उसने कहा- 'मम्मा ऐसा लग रहा है जैसे आप मुझे घूर रही हैं.' उसका कहना था कि इसे देखकर ऐसा लग रहा है जैसे मैं उससे पूछ रही हूं कि क्या आपने अपना होमवर्क पूरा कर लिया. मेरा बेटा और मेरे पति मेरी टांग खींच रहे थे. गोल्डी कहते हैं कि मेरे हाव-भाव ऐसे लग रहे हैं जैसे मैं कुछ बोल रही हूं.'
अपनी बात आगे करते हुए उन्होंने कहा- 'हम बहुत पढ़ते थे. जब एक सीन कर रही थी, डायरेक्टर कहते हैं कि वह उस सीन पर फिर से काम करना चाहते हैं. जयदीप और श्रेया के सात काम करते हुए मैं बहुत डरी हुई थी. क्यों वे ओटीटी के दिग्गज हैं. वे जानते हैं क्या करना है और इसे कैसे करना है. मैं शुरू में बहुत नर्वस थी. ओटीटी में काम करना मेरे लिए बिलकुल नया अनुभव है. ऐसा लग रहा है जैसे मेरा करियर फिर शुरू हो रहा है.'