बहन तुम चिंता मत करो, मस्त रहो...जाने क्यों दिलीप कुमार ने लता मंगेशकर से कहा ऐसा?

Update: 2021-07-08 05:14 GMT

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) इस दुनिया में नहीं रहे. फैंस, फैमिली और फ्रेंड्स सभी उन्हें याद कर भावुक हो रहे हैं. 98 साल के दिलीप साहब पिछले काफी समय से बीमार थे. बॉलीवुड से जुड़ा हर शख्स उन्हें याद कर भावुक हो रहा है. दिलीप साहब लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को अपनी बहन मानते थे. लता उन्हें राखी (Dilip Kumar Sister Lata Mangeshkar) बांधती थीं. भाई के जाने के बाद स्वर कोकिला भी काफी दुखी हैं. राखी भाई के दुनिया से जाने का गम वह किसी से बयां नहीं कर सकती. सोशल मीडिया पर भाई के लिए दुख बयां करने के बाद हाल ही में उन्होंने उनसे जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जो शायद ही कोई जानता होगा.

दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के बीच रिश्ता भाई-बहन वाला था. लता दी ने खुलासा किया है कि वह सिर्फ एक्टर ही नहीं बल्कि बेहद अच्छे वकील और लाजवाब सिंगर भी थे. 
लता मंगेशकर ने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में इस राज को खोला. उन्होंने कहा कि दिलीप साहब के जाने के बाद मेरी मन बेहद दुखी हैं. इस खबर ने मुझे तोड़ दिया हैं, लेकिन ये भी सच है कि ईश्वर के आगे किसी की नहीं चलती. क्या करें, यही दुनिया है. 
दिलीप कुमार को याद करते हुए उन्होंने एक अनसुना किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि 1963-1964 का बात रही होगी. एक प्रोड्यूसर ने मेरे, यूसुफ भाई और एक अन्य शख्स पर ये आरोप लगाया हम उनसे ब्लैक मनी लेते हैं. इस बात की जानकारी जब यूसुफ भाई को हुई तो वह गुस्से से लाल हो गए. उन्होंने कहा कि ये आदमी झूठ कैसे बोल सकता हैं. मैं इसके खिलाफ कोर्ट में जाउंगा और खुद केस लड़ूंगा.
दिलीप कुमार को याद करते हुए उन्होंने एक अनसुना किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि 1963-1964 का बात रही होगी. एक प्रोड्यूसर ने मेरे, यूसुफ भाई और एक अन्य शख्स पर ये आरोप लगाया हम उनसे ब्लैक मनी लेते हैं. इस बात की जानकारी जब यूसुफ भाई को हुई तो वह गुस्से से लाल हो गए. उन्होंने कहा कि ये आदमी झूठ कैसे बोल सकता हैं. मैं इसके खिलाफ कोर्ट में जाउंगा और खुद केस लड़ूंगा.
तब एक असिस्टेंट ने उनसे कहा, केस लड़ने वाला तो वकील होता है साहब, आप वहां क्या करेंगे? कहने लगे कि मैं वकील बनकर मैं ही जाऊंगा. उन्होंने असिस्टेंट से कहा कि कोर्ट से एक महीना का वक्त मांग लो. फिर उन्होंने मुझसे पूछा, तुम्हारे ऊपर कितने रुपए का केस किया है. मैंने बताया- मेरे ऊपर 600 रुपए का है.
लता मंगेशकर ने उन दिनों को याद करते हुए कहा कि मैंने उन्हें बताया था कि ये 600 रुपए भी मैंने दो-तीन गाने के लिए हैं, जो साइन करके लाई हूं. उन्होंने कहा कि मैं सबका केस लड़ूंगा. उन्होंने वकालत की सारी किताबें पढ़ी और समय आने पर कोर्ट में जाकर खड़े हो गए. केस की सुनवाई के दौरान उन्होंने अपने अंदाज में केस लड़ा और आरोप लगाने वाला प्रोड्यूसर हार गया. 
केस जीतने के बाद उन्होंने मुझे इस जीत के बारे में जानकारी दी और कहने लगे तुम चिंता न करो, मस्त रहो मेरी बहना. हम लोग जीत गए हैं.
उन्हें याद करते हुए स्वर कोकिला ने बताया कि एक बार उन्होंने उनके साथ गाना भी गाया था. वे अच्छा गाते थे. उनके साथ अपनी पुरानी यादों को संजोकर बैठीं लता ने बताया कि जब वह पहली बार गाना गा रहे थे, तब घबराए हुए थे. सलिल चौधरी ने उन्हें हिम्मत दी. तब उन्होंने आंखें बंद की और क्लासिकल गाना शुरू कर दिया था.
Tags:    

Similar News

-->