श्रद्धा मर्डर केस: आरोपी आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट आज फिर, पुलिस को दे रहा चकमा
दिल्ली। श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब का आज एक बार फिर पॉलीग्राफी टेस्ट कराया जा सकता है. इससे पहले पुलिस ने गुरुवार को 8 घंटे तक आफताब का पॉलीग्राफी टेस्ट किया था. इस दौरान श्रद्धा और उसकी हत्या से जुड़े करीब 50 सवाल पूछे गए. लेकिन दिल्ली पुलिस के लिए आफताब से सच उगलवाना मु्श्किल हो रहा है. आफताब अब तक शातिर अपराधी की तरह दिल्ली पुलिस को बरगलाने में लगा है. वो फिल्म 'गजनी' के किरदार गजनी की तरह दिल्ली पुलिस को चकमा दे रहा. सीधे सवालों के ऐसे जवाब दे रहा कि दिल्ली पुलिस कंफ्यूज्ड हो जाए
आफताब गजनी स्टाइल में पुलिस को बरगला रहा है, वह कभी भूलने का ड्रामा करता है, तो अपने बयान भी लगातार बदल रहा है, ताकि केस को उलझाए रखा जाए. गजनी का किरदार भले ही फिल्मी हो. लेकिन आफताब का अपराध असली है. उसकी पूरी कोशिश है कि पुलिस को अपने बयानों के तिलिस्म में ऐसे उलझा दे कि अदालत में पुलिस को उसे कातिल साबित करना नामुमकिन हो जाए. पुलिस को जिन सवालों के साफ-साफ जवाब की दरकरार है वहां आफताब जांच एजेंसी को गोल-गोल घुमाने में लगा है.
-पुलिस से आफताब ने कहा कि उसने श्रद्धा की लाश के 35 टुकड़े किए. लेकिन पुलिस रिमांड के 14 दिन होने को हैं, अभी तक एक टुकड़े की शिनाख्त नहीं हुई. पुलिस जांच से पता लग रहा है कि आफताब ने प्लानिंग से श्रद्धा की हत्या की. लेकिन अदालत में उसने कहा कि हिट ऑफ मोमेंट में उसने श्रद्धा का कत्ल कर किया. थर्ड डिग्री से बचने के लिए आफताब ने पुलिस के सामने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया. लेकिन अदालत में अब तक उसने एक बार भी ये नहीं कहा है कि श्रद्धा का कातिल वही है.
आफताब से पूछताछ के बाद मर्डर की पूरी पिक्चर पुलिस के सामने है. कहने को तो आफताब ने पुलिस को वह जगह बता दी, जहां उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े और हत्या में इस्तेमाल हथियार फेंके थे. महरौली के जंगल से कुछ हड्डियां जरूर पुलिस ने बरामद की हैं. आफताब के घर से खून के चंद छींटे भी मिले हैं. आफताब का कबूलनामा है. लेकिन पुलिस के हाथ अभी तक एक भी सबूत नहीं लगा ताकि पुलिस अदालत में अपनी थ्योरी को साबित कर सके. अगर डीएनए टेस्ट से श्रद्धा की हड्डियों की पुष्टि नहीं होती तो दिल्ली पुलिस के लिए आफताब को कातिल साबित करना खासा मुश्किल होगा.
-कत्ल में इस्तेमाल आरी
-कत्ल में इस्तेमाल चापड़
-वारदात के वक्त श्रद्धा के कपड़े
-सबूतों से भरे श्रद्धा के मोबाइल