चेहरे के निशान की वजह से खुद को बदसूरत मानते थे शत्रुघ्न सिन्हा, करवाना चाहते थे प्लास्टिक सर्जरी
शत्रुघ्न सिन्हा के अंदर आत्मविश्वास आया और उन्होंने निशान को छिपाना पसंद कर दिया.
शत्रुघ्न सिन्हा ने विलेन के तौर पर जितना नाम कमाय उतना ही पॉजिटिव रोल्स से भी पहचान पाई. शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में 70-80 दशक में अपने करियर की शुरुआत के दिनों के बारे में एक खास इंटरव्यू में साझा किया कि कैसे वो खुद को लेकर कॉन्शियस थे. बचपन में शत्रुघ्न सिन्हा के चेहरे पर रेजर ब्लेड से कट लग गया था. जिसका निशान उनके चेहरे पर हमेशा के लिए छप गया.
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने दाग छिपाए
शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने शुरुआती करियर में वो निशान छुपाने की बहुत कोशिश की. वो खुद को बदसूरत समझते थे. शत्रुघ्न सिन्हा बचपन में बहुत शरारती हुआ करते थे. उस वक्त वो अपनी मां और मामा-मामी के साथ रहा करते थे. मामा को कहीं निकलना था तो शेव करने के बाद रेजर में ही ब्लेड छोड़ दिया था. छोटे शत्रुघ्न ने रेजर उठाकर बहन का शेव करना शुरू किया और बहन का गाल कट गया और बाद में उसी से ही अपनी शेविंग करना शुरू कर दिया फिर अपने ठोड़ी में ब्लेड को गड़ा दिया.
एक्टर ने जख्मों पर लगाई राख
एक्टर ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया और टांके भी लगे. राख लगाकर बहते खून को रोका गया था. शत्रुघ्न के चेहरे का निशान कभी नहीं गया जब वो फिल्मों में आए तब भी वो निशान की वजह से खुद को बदसूरत मान रहे थे. कैमरा के सामने वो खुद के गाल पर हाथ रख लेते. ऐसे में देव आनंद ने उन्हें कमाल की सलाह दी. उस वक्त वो पटना में सर्जरी करवाने जा रहे थे.
काम बोलेगा नाम बोलेगा
देव साहब ने कहा कि अभी तुम्हारा काम चल रहा है, नाम और आगे तक चलेगा. जब नाम चलेगा तो आगे जाकर यही निशान स्टाइल बन जाएगा. देव आनंद ने कहा कि मेरे दांतों में गड्ढे हैं और आज ये स्टाइल बन गया है. तो जैसे हो वैसे रहो. उस दिन के बाद से शत्रुघ्न सिन्हा के अंदर आत्मविश्वास आया और उन्होंने निशान को छिपाना पसंद कर दिया.