1. मेरे सगे मामा की डेथ हो गई थी, मैं एयरपोर्ट जा रही थी। मैंने कहा कि प्रवीण मैं तुम्हारा क्रेडिट कार्ड यूज कर लूं? तो उसने पूछा- क्यों। मैंने उनसे कहा कि- दो घंटे पहले पहुंचना पड़ता है, मुझे भूख लग जाएगी एयरपोर्ट पर। उसने कहा- नहीं, नहीं एयरपोर्ट पर कुछ खाने की जरूरत नहीं है तुम्हें। मैंने कहा- 150 रुपये का आएगा प्रवीण। उसने कहा- 150 रुपया बहुत महंगा है, तुम घर से खाना बनाकर लेकर जाओ। एयरपोर्ट पर 150 रुपये का खाना मत खाना। शादी में मैं इस तरह के कंडीशन से गुजर रही थी।
2. लॉकडाउन चल रहा था और बाहर से कुछ खाना नहीं था। पहला लॉकडाउन, जो काफी स्ट्रिक्ट था। राशन लाती थी तो उसका फोटो खींचकर प्रवीण को देना पड़ता था। सारे बिल का फोट खींचकर देना पड़ता था और फिर वो मिलाता था कि क्या सामान आया है क्या नहीं। इसमें उसने पानी पुरी का पैकेट देखा। उसने कहा- तुमने पानी पुरी का पैकेट क्यों मंगाया। मैंने कहा- प्रवीण बाहर का कुछ खा नहीं सकते, घर में तो मैं बना सकती हूं। उसने कहा- मत खाओ पानी-पुरी, ये क्यों खाने की जरूरत है। बेसिक खाना खाओ।
3. इन लोगों ने बुली करना शुरू कर दिया। मुझे बॉडी शेम किया करते थे कि तुम मोटी हो, तुम अच्छी नहीं दिख रही हो। तुम्हारी ऐज आ जा रही है। जो मन में आता था वो बोलते थे मुझे ये लोग। प्रवीण ने तो मुझे यहां तक बोल दिया था कि तुम मोटी हो इसलिए मैं तुम्हें पैसे नहीं दूंगा।
4. प्रवीण पटना, आरा के हैं, लेकिन दिल्ली में रहते हैं। शादी के पहले जब हमारी पहली बात हुई तो प्रवीण ने कहा कि वह दिल्ली से मुंबई शिफ्ट होने के लिए तैयार है। उसने कहा था कि मैं घरजमाई बनकर थोड़े न रहूंगा, मेरी इतनी हैंडसम सैलरी है, मैं यहां अपना खुद का घर लूंगा। जब मैं पहली होली पर मुंबई आने लगी तो उसने साफ कह दिया कि मेरे पास पैसे नहीं हैं, मैं नहीं आ सकता। उसने ये भी कहा कि- मुंबई में मैं घर-वर नहीं ले पाऊंगा। मेरा घर बिना लिख-पढ़ी के मेरे से ही किराए पर ले लिया। उसने कहा जिस महीने तुम मेरे साथ ट्रैवल नहीं करोगी 20 हजार रुपये दूंगा और जिस महीने मेरे साथ ट्रैवल करोगी यानी क्लियर है कि उस महीने काम नहीं ले रही हो उस महीने 10 हजार दूंगा। घर ईएमआई पर था तो वो कैसे पे होगा। मैं अपनी मां को 5 हजार रुपये भी नहीं दे पाती थी।
5. प्रवीण के डैड एडमिट थे और उनकी मॉम का मैं रोज गर्म पानी और टॉवल से पैर सेंकती थी। और फिर एक बार मां का कॉल आया तो मैंने कहा कि घर काफी दिन से बंद है तो आप सफाई करवा लेना। फिर प्रवीण की मां ने पूछा कि तुम्हारे घर की चाभी तुम्हारी मां के पास कैसे है? एक बात बताइए कि मैं अपनी चाभी अपने घर वालों को नहीं दूंगी तो किसको दूंगी, जिन्होंने मुझे जन्म दिया है। उसी वक्त उसकी मां ने पूछा कि तुम्हारी मां के पास जेवर कितने हैं, वो कैलकुलेट कर रही थीं कि मेरी मां मरेगी तो मेरे हिस्से कितने जेवर आएंगे। बता दूं कि उसकी मां ने जितने जेवर दिए थे वो 18 कैरेट के थे जबकि शादी के जेवर 22 कैरेट के बनते हैं। बात-बात पर इन्होंने धोखा दिया है, हर चीज झूठ।
6. पहली ऐनिवर्सरी थी, उसने कहा दिल्ली में करना है। ऐनिवर्सरी की इस पार्टी में मेरे जितने दोस्त हैं उनका नाम था, लेकिन मेरी फैमिली का नाम नहीं था। मैंने कहा तो उसने बोला कि मेरे पास इतने पैसे नहीं हैं सबको बुलाने को। मुझे लग रहा था ये लोग मेरा इस्तेमाल कर रहे हैं।
7. मैं दिल्ली जाती थी तो स्मॉग की वजह से मेरी तबीयत खराब हो जाती थी। मुझे फीवर था और मैं कमरे में सो रही थी। इन्होंने मुझे उठाने के लिए पहले मेड को भेजा और फिर नौकर को जो मुझे हिलाकर जगाने लगा कि नाश्ता लगा हुआ है। एक बहू के कमरे में किसी लड़के को कैसे कोई भेज सकता है। मेरी तबीयत खराब थी, एकत मसाज वाली को बुलाया, वो मुस्लिम थी, उसपर भी प्रवीण की दोनों बहनों ने बवाल काट दिया कि कोई मुस्लिम हमारे किचन में कैसे घुस सकती है, उसने कैसे चूल्हे को हाथ लगाया। उस मेड को भी टॉर्चर करना शुरू कर दिया। दोनों बहनों ने मुझे घर से निकलने को कह दिया। वहीं ससुर भी खड़े थे किसी ने कुछ नहीं कहा। इससे पहले प्रवीण ने भी कई बार लोगों के सामने एयरपोर्ट पर मुझपर चिल्लाया है। जितना मैं घर संभालना चाहती थी उतना ही ये टॉर्चर कर रहे थे।