बॉलीवुड में कृति सेनन के सात साल पुरे, कहा- 'अकेलापन महसूस होता था'
आपको लगने लगता है कि आप इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. हालांकि, यहां तक पहुंचना आसान नहीं था.'
एक्ट्रेस कृति सेनन (kriti Sanon) ने फिल्म इंडस्ट्री में 7 साल पूरे कर लिए हैं. दिल्ली के ओवरप्रोटेक्टिव फैमिली से निकलीं कृति सेनन आज बॉलीवुड का जाना माना चेहरा बन चुकी हैं. फिल्म हीरोपंती(Heropanti) से बॉलीवुड में कदम रखने वाली कृति ने दर्शकों के दिल में अपनी एक खास जगह बना ली है. इस वक्त एक्ट्रेस कई बैक टू बैक प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं.
ET से बातचीत के दौरान कृति सेनन (kriti Sanon) ने इस साल के सफर के बारे में बात करते हुए कहा, 'इस साल की शुरुआत अच्छी हुई थी. मैं फिल्म के सेट पर वापस आ गई हूं, मेरा काम मुझे वास्तव में उत्साहित करता है. मैंने भेड़िया, बच्चन पांडे के लिए शूटिंग की और अब मैंने आदिपुरुष पर भी काम करना शुरू कर दिया है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हम सभी को सुनामी की तरह हिट किया. मुझे लगता है इस समय COVID की स्थिति को नियंत्रण करने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है.'
अपने सात साल के सफर को याद कर एक्ट्रेस ने कहा, 'यह जर्नी मेरे लिए बेहद खास रही है, कुछ ऐसा जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. मैं एक मिडिल क्लास परिवार से आती हूँ. मेरी माँ प्रोफेसर हैं और पापा चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं. मैं एक इंजीनियर हूं और मैंने कभी नहीं सोचा था कि अभिनय मेरा पेशा होगा. और आज मैं यहां हूं, यह महसूस करते हुए कि अभिनय एक ऐसी चीज है जो मुझे उत्साहित करती है. यह मुझे संतुष्टि, शांति देता है और कुछ ऐसा है जो मुझे आगे बढ़ाता है. मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे यहां तक आने और अपने सपने को जीने का अवसर मिला.'
हीरोपंती एक्ट्रेस ने सिनेमा जगत के बारे में बात करते हुए कहा कि मैंने बॉलीवुड में फिट होने की दिशा में मैंने कभी काम नहीं किया. मैं चाहती था कि मुझे अपनी पसंद के निर्देशकों के साथ फिल्में करने का अवसर मिले. हां, आपको उन लोगों की जरूरत है जो आप पर विश्वास करते हैं, और मैं भाग्यशाली हूं कि साजिद नाडियाडवाला, दिनेश विजान, अश्विनी अय्यर तिवारी, नितेश तिवारी और आशुतोष गोवारिकर जैसे लोगों ने मुझ पर विश्वास दिखाया और इसने मुझे और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया. मुझे इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाने में थोड़ा वक्त लगा.
उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस शहर में नई थी, यहां किसी को नहीं जानती थी. मुझे इन फिल्मी पार्टियों में थोड़ा अकेलापन महसूस हुआ, जो कभी-कभी मैं अब भी करती हूं. सच कहूं तो जैसे जैसे आप काम करते हैं, ज्यादा फिल्में करते रहते हैं और ज्यादा लोगों से मिलते हैं, आपको लगने लगता है कि आप इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. हालांकि, यहां तक पहुंचना आसान नहीं था.'