सेंजुती दास को पिता का कराना है इलाज, इमोशनल हुए जज ने लिया ये फैसला
तुम्हें उनके साथ रहने का मौका मिल जाएगा। तुम्हें शो को छोड़कर भी नहीं जाना पड़ेगा।'
Indian Idol 13 : सिंगिंग रियलिटी शो 'इंडियन आइडल 13' (Indian Idol 13) इन दिनों सोनी टीवी आ रहा है। इस शो के दौरान देश भर से आए कंटेस्टेंट ने गायकी की प्रतिभा दिखाई है। जनता के वोट्स और जज के नंबर्स ने शो को टॉप-10 कंटेस्टेंट दे दिए हैं। इन्हीं टॉप-10 कंटेस्टेंट में एक कोलकाता की रहने वाली सेंजुती दास हैं। 'इंडियन आइडल 13' के हाल ही के एक एपिसोड में सेंजुती दास ने शो को छोड़ने का ऐलान कर दिया तो जज हैरान रह गए। हालांकि, उनके ऐलान की वजह को गंभीरता को देखते हुए जज ने अपनी तरफ से भी निर्णय लिया है। आइए जानते हैं सेंजुती दास ने आखिर ऐसा ऐलान क्यों किया।
सेंजुती दास को पिता का कराना है इलाज
'इंडियन आइडल 13' के हाल ही के एक एपिसोड के दौरान स्टेज पर परफॉर्म करने आईं सेंजुती दास ने अपना गाना गाने से पहले कहा, 'जब से मैं शो में आईं हूं, मुझे खूब प्यार मिला है। इसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं। मैंने म्यूजिक के प्रति अपना फर्ज पूरा किया है और कर भी रही हैं लेकिन मैं अपने माता-पिता के प्रति फर्ज नहीं पूरा कर पा रही हूं। मेरे पिता की आंखों का इलाज चल रहा है और वह कोलकाता के अस्पताल में भर्ती हैं। मैं उनके पास नहीं हूं। मेरी मां ही सबकुछ देख रही हैं। मेरे पापा को ग्लूकोमा हुआ है और उन्हें स्ट्रोक भी आया था। मैं अपने पापा के साथ रहने के लिए शो को छोड़ना चाहती हूं। मैंने इसी साल अपनी बुआ को खो दिया और उनकी अंतिम यात्रा भी शामिल नहीं हो पाई। अब मेरे पापा बीमार हैं और मुंबई में होने के कारण मैं परिवार का इस कठिन समय में साथ नहीं दे पा रही हूं।'
विशाल ददलानी ने सेंजुती दास की मदद का लिया निर्णय
सेंजुती दास की इस बात को सुनकर जज विशाल ददलानी और हिमेश रेशमिया हैरान रह गए। विशाल ददलानी ने कहा, 'सेंजुती दास तुम जिस स्टेज पर हो, वहां से तुम्हें काफी पहचान मिली है। मैं जानता हूं कि तुम पर बहुत प्रेशर है और परिवार को तुम्हारी जरूरत है। मैं समझ सकता हूं कि तुम पर कितना प्रेशर है लेकिन तुम अकेली नहीं हो। तुम अपने पैरेंट्स को मुंबई ले आओ। यहां पर तुम्हारे पैरेंट्स की मिलकर सब देखभाल करेंगे। तुम्हारे पिता का मुंबई में इलाज हो जाएगा और तुम्हें उनके साथ रहने का मौका मिल जाएगा। तुम्हें शो को छोड़कर भी नहीं जाना पड़ेगा।'