शबाना आजमी की इस फिल्म की वजह से संजय गांधी को हुई थी 25 महीने की सजा
दोस्तों फिल्मों को समाज का आईना कहा जाता है...कई फिल्में महज मनोरंजन के लिए बनाई जाती है तो कई ऐसी होती जो समाज को आईना भी दिखाती हैं
दोस्तों फिल्मों को समाज का आईना कहा जाता है...कई फिल्में महज मनोरंजन के लिए बनाई जाती है तो कई ऐसी होती जो समाज को आईना भी दिखाती हैं...ऐसी ही एक फिल्म की आज हम बात करेंगे जो बनी तो लेकिन कभी सिनेमाघरों तक नहीं पहुंच पाई...हम बात कर रहे हैं फिल्म किस्सा कुर्सी का की...इंदिरा गांधी ने जब देश में आपातकाल लगाई तो उसका असर बॉलीवुड में भी देखा गया। बॉलीवुड में कई फिल्मों की रिलीज को रोक दिया गया। ऐसी ही एक फिल्म थी किस्सा कुर्सी का। फिल्म पर आरोप लगा था कि इसमें इंदिरा गांधी और संजय गांधी के साथ-साथ सरकारी की नीतियों पर भी तंज कसे गए थे। फिल्म का निर्देशन अमृत नाहटा ने किया था।