Entertainment : दिलीप कुमार की डेथ एनिवर्सरी पर सायरा बानो ने लिखा इमोशनल पोस्ट
Entertainment एंटरटेनमेंट: दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार साहब की आज यानी 7 जुलाई को डेथ एनिवर्सरी है। साल 2021 को अभिनेता का निधन हो गया था। हालांकि, वह आज भी फैंस के दिलों में जिंदा है। दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को पाकिस्तान में हुआ था और उनका पहला नाम यूसुफ खान था।
बाद में उन्हें पर्दे पर दिलीप कुमार के नाम से शोहरत मिली, जिसका बाद उन्होंने अपने नाम को बदला नहीं। दिलीप कुमार को गुजरे हुए पूरे तीन साल हो चुके हैं। उनके जाने से पत्नी और अभिनेत्री सायरा बानो अकेली रह गई हैं। वह अक्सर सोशल मीडिया पर उनसे जुड़ी यादें साझा करती रहती हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। एक्ट्रेस ने इमोशनल पोस्ट शेयर किया है।
सायरा बानो का दिल छू लेने वाला पोस्ट Saira Banu's heart touching post
एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर साहब संग कुछ फोटो शेयर की है और एक नोट भी साझा किया है, जिसमें लिखा है- 'प्रिय यूसुफ जान, चाहे कुछ भी हो, हम फिर भी हाथ में हाथ डालकर साथ चलेंगे। जब तक समय का अस्तित्व है, तब तक साथ रहेंगे। हर पल हमारे साथ का गवाह है। मैं अक्सर उस प्यार और जीवन के बारे में सोचती हूं, जो हमने साथ बिताया क्योंकि यह अभी भी हमें पूरा करता है। मैं 'अल्लाह' की आभारी हूं कि मुझे इस जीवन में आपका होने का सौभाग्य मिला और उनकी दया मुझ पर हुई। इंशा अल्लाह मैं हमेशा-हमेशा के लिए सिर्फ आपकी और आपकी ही रहूंगी। लव, सायरा बानो खान।'
फैंस को कहा शुक्रिया said thank you to the fans
एक्ट्रेस ने इस पोस्ट के साथ एक लंबा चौड़ा मैसेज भी लिखा है, जिसमें उन्होंने फैंस का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने लिखा- मैं उनके सभी फैंस और शुभचिंतकों को धन्यवाद देने के लिए यह नोट लिखकर अपना प्यार व्यक्त कर रही हूं जो हर अवसरों पर हमें प्यारे संदेश भेजने में परेशानी उठाते हैं। मुझे खुशी है कि वे सभी हमारी महत्वपूर्ण तारीखों को याद करते हैं, क्योंकि दिलीप साहब छह पीढ़ियों के अभिनेताओं के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा हैं।
निंद की गोली खाते थे साहब
आगे उन्होंने लिखा- साहब सर्वकालिक महान अभिनेता थे। उनके पास हर चीज उपलब्ध थी, फिर भी बहुत से लोग नहीं जानते कि वे गंभीर अनिद्रा से पीड़ित थे। हमारी शादी से पहले गोलियां लेने के बाद भी वह सुबह तक जागते रहते थे। हालाकि, जब हमारी शादी हुई तो उन्होंने समय पर सोना शुरू किया। इतना ही नहीं उन्होंने मुझे एक प्यारा सा उपनाम भी दिया, जिसमें प्यार से कहा, "सायरा, तुम मेरी नींद की गोली हो, तुम मेरा तकिया हो।