जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर चर्चा में चल रहे हैं। फिल्म में उनके लंकेश वाले लुक को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और फिल्म पर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के गंभीर आरोप भी लग रहे हैं। अब इन सब के बीच सैफ ने नेशनल रीडिंग डे पर किताबों के लिए अपना प्यार व्यक्त करते हुए अपनी जिंदगी में इनका महत्व बताया है।
सैफ ने अपने हालिया इंटरव्यू में अपनी जिंदगी में किताबों के महत्व का खुलासा किया और बताया कि बचपन से ही उन्हें किताबें पढ़ने का काफी शौक रहा है और वह हमेशा से ही एक अच्छे पाठक भी रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी आदत उनके बेटे तैमूर में भी है। उसे भी किताबें पढ़ने का बहुत शौक है। हालांकि, वह अभी छोटा है, लेकिन बड़े होकर वह भी एक अच्छा पाठक बनेगा ।
हाल ही में, एक इंटरव्यू में सैफ से पूछा गया कि किताबों के साथ उनका सफर कब शुरू हुआ? इसपर अभिनेता ने जवाब देते हुए कहा, ‘किताबों के साथ मेरी यात्रा तब शुरू हुई जब मैं बहुत छोटा था। जब मैं सात या आठ साल का था तब मैंने पढ़ना शुरू किया होगा। मैं हमेशा एक उत्सुक पाठक रहा हूँ। मुझे लगता है कि यह वीसीआर और टेलीविजन के दौर के यहां शुरू होने से कुछ समय पहले की बात है। मुझे लाइब्रेरी जाना और वहां समय बिताना अच्छा लगता है।’
आगे सैफ से पूछा गया कि कोई किताब है जिसे आप कई बार पढ़ सकते हैं और बार-बार पढ़ने के बाद भी बोर नहीं होते हैं। इसपर अभिनेता ने कहा, ‘मैं सभी क्लासिक किताबों को बार-बार पढ़ सकता हूं। कुछ ऐसी किताबें होती हैं, जिन्हें आप बचपन में पढ़ते है तो उस समय अपनी सूझबूझ के साथ समझते हैं, लेकिन जब आप उन्हीं किताबों को बड़े होकर भी पढ़ते हैं तो चीजों को समझने के आपको नजरिए में बदलाव हो जाता है। आप उस किताब को और बेहतर ढंग से समझने लगते हैं।’