कास्टिंग काउच का शिकर होने वाले थे सार कश्यप, कहा- प्राइवेट पार्ट दिखाओ

और उस घटना के बाद लोगों से मिलने में भी डरने लगा था।'

Update: 2022-11-07 04:20 GMT
'लौट आए तृषा', 'बड़ी दूर से आए हैं', 'नागार्जुन-एक योद्धा' और 'बाल कृष्ण' जैसे तमाम टीवी सीरियल्स से अभिनय के जादू से सार कश्यप ने सभी का दिल जीता है। हालांकि उनको उस तरह से भी पॉप्युलैरिटी नहीं मिली, जिसकी उम्मीद से वह इस इंडस्ट्री में आए थे। खैर, अब एक इंटरव्यू में एक्टर ने अपने स्ट्रगल के साथ-साथ कास्टिंग काउच के बारे में भी बात की है। बताया है कि कैसे वह टूटकर बिखर तक गए थे।
सार कश्यप (Saar Kashyap) ने 'ईटाइम्स' से खास बातचीत में बताया, 'जब मैं इंडस्ट्री में अपना करियर शुरू ही कर रहा था, तब मैं काम के लिए बहुत सारे कास्टिंग डायरेक्टर्स से मिलता था। और मुझे अभी भी याद है कि एक टॉप टीवी प्रोडक्शन हाउस के एक नामी कास्टिंग डायरेक्टर से मिला था। उन्होंने मुझे सुझाव दिया था कि इंडसट्री में सर्वाइव करने के लिए टैलेंट और दूसरे टैलेंट से ज्यादा एक स्पेशल स्किल की जरूरत होती है। इस दौरान उन्होंने मुझसे मिलने के लिए कहा। अपनी ही बताई किसी जगह पर बुलाया जिससे इंडस्ट्री कैसे काम करती है, उसमें वह मेरी मदद कर सकें।'
कास्टिंग डायरेक्टर ने सार कश्यप से की डिमांड
सार कश्यप ने आगे बताया, 'एक न्यूकमर होने के नाते उन्होंने मुझसे ये भी कहा कि मुझे आदमियों से मिलते रहना चाहिए। मैंने तब इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा और उत्सुकता के मारे उनकी बुलाई जगह पर पहुंच गया। काम की बात छोड़कर वह कुछ प्राइवेट अफेयर्स के बारे में बात करने लगे। ऑडिशन्स के बारे में तो बात ही नहीं की। उन्होंने मुझसे प्राइवेट पार्ट्स को दिखाने के लिए कहा था। सच मानिए मेरी आंखों के सामने एकदम अंधेरा छा गया था। मैंने उनको सिर्फ इतना बोला कि मैं अपने ऑडिशन पर बेहतर ध्यान दूंगा और बाद में प्यार से मैंने मना कर दिया और उस जगह से बाहर आ गया। यह मेरे लिए बहुत बड़ा सदमा था।'
सार कश्यप को लगने लगा था डर
एक्टर ने आगे बताया कि उस घटना ने उन्हें अंदर से झकझोर कर रख दिया था। 'मुझे समझ आया कि कैसे पावरफुल पोजिशन वाले लोग एक छोटे से शहर से आने वाले कलाकार का शोषण कर सकते हैं, खासकर गुवाहाटी से आने वाले। मैं सच में डिप्रेस्ड था। और उस घटना के बाद लोगों से मिलने में भी डरने लगा था।'

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