ऋचा चड्ढ़ा ने बताया साउथ के आगे बॉलीवुड के बेहाल होने का कारण, कहा- लालची हैं हिंदी सिनेमा के लोग
जिसने बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ का आंकड़ा पार किया।
बॉलीवुड फिल्में हमेशा लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ती नजर आईं हैं। हालांकि, इन दिनों रिलीज हो रहीं बॉलीवुड फिल्में कोई खास कमाल नहीं दिखा पा रहीं और बॉक्स ऑफिस पर भी औंधे मुंह गिरती नजर आ रही हैं। वहीं साउथ फिल्मों का इन दिनों खूब जलवा देखने को मिल रहा है और लोगों के बीच इनकी काफी लोकप्रियता काफी देखने को मिल रही हैं। इसी बीच बॉलीवुड और साउथ फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस ऋचा चड्ढ़ा ने बताया कि हिंदी बॉक्स ऑफिस के निराश रहने के पीछे क्या कारण हैं।
हाल ही में ऋचा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि बॉलीवुड में टिकटों की कीमत 400 रुपये से अधिक होने के कारण भी ऐसा होता है। थिएटर टिकट की कीमतों को कम करने की जरूरत है। अब मेगास्टार विजय की फिल्म 'मास्टर' को ही देख लें। वे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री और उसके लालची फिल्म सेलर्स जैसे नहीं, बल्कि वहां वे 100-400 रुपये में टिकट रखते हैं, भले ही वह हिट फिल्म हो। हाल ही में, एक फिल्म रिलीज़ हुई थी जो मुझे यकीन है कि जल्द ही ओटीटी पर आएगी और जब पहले दिन इसका कलेक्शन आया, यह उस एक्टर की फीस के एक तिहाई से भी कम था।'
ऋचा ने यह भी कहा कि सिनेमा को जिंदा रखने के लिए 'बड़े टैक्सपेसर्य' को जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। पिछले कुछ महीनों में, 'पुष्पा', 'आरआरआर' और 'केजीएफ: चैप्टर 2' जैसी कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई कर रही हैं। रणवीर सिंह की फिल्म 'जयेशभाई जोरदार' जो कल रिलीज होने के लिए तैयार है, कथित तौर पर एवरेज कलेक्शन की उम्मीद कर रही है।
एक्ट्रेस ने कहा कि अब सभी की निगाहें कार्तिक आर्यन की फिल्म 'भूल भुलैया 2' पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि क्या हिंदी फिल्म इंडस्ट्री अपने पुराने रूप में वापस आ सकती है या नहीं। इससे पहले टाइगर शॉफ की 'हीरोपंती 2', अजय देवगन की 'रनवे 34' और अक्षय कुमार की 'बच्चन पांडे' जैसी फिल्में पिछले महीनों में टिकट खिड़की पर छाप छोड़ने में नाकाम रहीं। हालांकि, साउथ की फिल्म रिलीज़ के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है, जिसने बॉक्स ऑफिस पर 1000 करोड़ का आंकड़ा पार किया।