मिस्टर इंडिया के ‘कैलेंडर’ से Satish Kaushik के फ़िल्मी करियर को पहचान, इतने अवार्ड्स किए अपने नाम
ओटीटी पर भी उन्होंने अपना जलवा दिखाया और 'थार' के लिए 'ओटीटी प्ले अवार्ड' अपने नाम किया।
बॉलीवुड के जाने माने एक्टर और डायरेक्टर सतीश कौशिक अब इन दुनिया में नही है। अपनी अदाकारी से सभी के दिलों पर राज करने वाले एक्टर का 67 साल की उम्र में निधन हो गया। सतीश ने अपने करियर में कई आइकॉनिक किरदार किए हैं। जिनकी वजह से उन्होंने दर्शकों को खूब हसांया, लेकिन यूं चले जाने से वह सभी को रुला गए। आइए जानते हैं उनके आइकॉनिक किरादरों के बारें में जिनके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया।
इस फिल्म से मिली थी सतीश कौशिक को पहचान
सतीश कौशिक ने बहुत सारी फिल्मों में काम किया है। जिनमें 'जाने भी दो यारों', 'जमाई राजा', 'साजन चले ससुराल', 'चल मेरे भाई', 'हमारा दिल आपके पास है', 'ब्रिक लेन', 'उड़ता पंजाब', 'मिस्टर इंडिया', 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' जैसी फिल्में शामिल हैं। हालांकि, उन्हें असली पहचान मिली मिस्टर इंडिया में निभाया उनके कैलेंडर के किरदार से। कैलेंडर के रूप में सतीश को खूब पसंद किया गया। उनका ये आइकॉनिक किरदार आज भी सभी के जहन में बसा हुआ है।
इसके अलावा, सतीश कौशिक ने 'दीवाना मस्ताना' में 'पप्पू', 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' में 'चंदा मामा', 'साजन चले सुसराल' में 'मुत्थू स्वामी', 'परदेसी बाबू' में 'हैप्पी हरपाल सिंह' और 'राम लखन' में 'काशीराम' जैसे किरदार से दर्शकों को खूब हसांया है।
सतीश कौशिक को मिले इतने अवार्ड्स
अपनी दमदार एक्टिंग के जरिए सतीश कौशिक ने कई अवार्ड्स भी अपने नाम किए। जिनमें उन्हें 'परदेसी बाबू' में बेस्ट कॉमिक रोल के लिए 'बॉलीवुड अवार्ड' से नवाजा गया था। इसके अलावा सतीश को 'कागज' में सपोर्टिंग रोल के लिए 'दादा साहब फाल्के' अवार्ड, 'साजन चले ससुराल' और 'राम लखन' के लिए दो 'फिल्मफेयर अवार्ड्स' मिले हैं। वहीं, ओटीटी पर भी उन्होंने अपना जलवा दिखाया और 'थार' के लिए 'ओटीटी प्ले अवार्ड' अपने नाम किया।