Ranveer VS Wild with Bear Grylls Review: दीपिका के लिए दुर्लभ फूल तो लाए रणवीर, लेकिन जानिए दर्शकों को क्या मिला
सच्चे प्यार की भी शायद यही निशानी है. मुरझा भले ही जाए, मरता नहीं.
रणवीर सिंह बॉलीवुड के दुर्लभ एक्टर हैं. उनका अतरंगीपन उन्हें सबसे अलग बनाता है. बेयर ग्रिल्स के शो में उनके जाने की वजह भी अनोखी है. बेयर ग्रिल के शो में रणवीर अपनी पत्नी दीपिका पादुकोण के लिए एक दुर्लभ फूल लाने का जोखिम उठाते नजर आते हैं. दक्षिण पूर्वी यूरोप में एक देश है, सर्बिया. यहां के पहाड़ी और घाटी इलाकों में यह खास फूल पाया जाता है, सर्बिका रमोंडा. दुनिया में यह और कहीं नहीं मिलता. फूल की खासियत है बरसों तक सूखे रहने के बाद भी नमी और पानी मिलने पर यह फिर खिल कर ताजा हो जाता है. सच्चे प्यार की भी शायद यही निशानी है. मुरझा भले ही जाए, मरता नहीं.
शो की शुरुआत रोचक ढंग से होती है, लेकिन थोड़ी देर में आप समझ जाते हैं कि ज्यादातर मामला स्क्रिप्टेड है. बेयर और रणवीर का 36 घंटे का साथ नेटफ्लिक्स के इस स्पेशल शो में एडिट करके सवा घंटे में दिखाया गया है. जो ज्यादातर रणवीर के बातूनी अंदाज से भरा है. पहाड़ियों पर चढ़ना-उतरना, घाटियों को पार करना, जानवरों का खतरा, जंगल में रात गुजारना, शो के बीच में रणवीर के दोस्त का आना और आखिर में उस पहाड़ तक पहुंचना जहां सर्बिका रोमोंडा मिलता है. रणवीर वर्सेज वाइल्ड में आपको ऐसे दृश्य का इंतजार धैर्य के साथ करना पड़ता है, जहां सांस अटक जाए. हां, बार-बार रणवीर की सांसें फूलती जरूर दिखती हैं.
जब मिलते हैं बहुत सारे सांप
शो का शुरुआती दृश्य है, एक भालू रणवीर के पीछे दौड़ रहा है. कहीं यह साफ नहीं होता है कि यह स्क्रिप्ट का हिस्सा है और इसे अलग से शूट किया गया है या फिर सच्चा दृश्य है. यह भी पता नहीं चलता कि बेयर ग्रिल्स के शो में रणवीर शुरुआत में अकेले जंगल में क्या कर रहे हैं. बेयर हर समय जहां कूल नजर आते हैं, वहीं रणवीर हर वक्त हड़बड़ाए दिखते हैं. वह फिल्मी अंदाज में या तो दीपिका के बारे में बातें करते हैं या दर्शकों को एडवेंचर के लिए प्रेरित करते हैं. उनके व्यक्तित्व का कोई नया पक्ष सामने नहीं आता. शो का ट्रेलर देख कर जिस रोमांच का अंदाजा आप लगाते हैं, वह यहां गायब है. शो में सिर्फ एक मौका आता है, जो वाकई रोमांचित करता है. जिसमें पहाड़ों के बीच एक संकरे-अंधेरे दर्रे से रणवीर और बेयर ग्रिल्स मशाल की रोशनी में बाहर निकलने की कोशिश करते हैं और वहां उन्हें काफी सांप मिलते हैं. बाकी भालू और भेड़िये शो में नाममात्र को हैं.
कैसे शो करना चाहिए रणवीर को
वास्तव में ऐसे बहादुरी भरे शो से अलग कॉफी विद करण जैसे शो में ही रणवीर हंसते-हंसाते ठीक लगते हैं. रणवीर वर्सेज वाइल्ड उनके फैन्स को अच्छा लग सकता है. रणवीर यहां पर बताते हैं कि 2012 में कब और कहां दीपिका से मिले. वह पल, जब दीपिका को देख कर दिल धड़कने लगा और छह महीने की बातों-मुलाकातों के बाद उन्होंने तय कया कि जिंदगी दीपिका के साथ बितानी है. इस शो की स्क्रिप्ट बेहतर होती, इसमें जरूर कुछ जान पड़ती. कुल मिला कर ओटीटी पर रणवीर का डेब्यू निराशाजनक है. एक बात जरूर है कि शो इंटरएक्टिव है. मतलब आपके सामने दो ऑप्शन आते हैं कि रणवीर कैसे पहाड़ पार करें, रस्सी से दूसरी तरफ जाएं या नीचे उतर कर. या फिर वह क्या खाएं और क्या नहीं खाएं. हालांकि इस चुनाव से आखिरी नतीजे पर कोई फर्क नहीं पड़ता.