अक्षय की फिल्म से डिप्रेशन में आ गए थे रणदीप! आलिया की आलोचना नहीं सुन सकता यह दिग्गज फिल्ममेकर
रणदीप हुड्डा को फिल्म इंडस्ट्री में आए लंबा समय हो गया है। वे चुनींदा फिल्मों में ही काम करते हैं। रणदीप इन दिनों अपनी फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ की तैयारी में जुटे हैं। उन्हें इसकी रिलीज का बेसब्री से इंतजार है। इसके लिए रणदीप ने 25 किलो वजन कम किया है। इस बीच रणदीप ने अपनी पुरानी फिल्म ‘बैटल ऑफ सारागढ़ी’ के बंद होने को लेकर बात की। इसके साथ उन्होंने इस फिल्म के बाद हुए अपने बुरे हाल और डिप्रेशन के बारे में भी बताया।
रणदीप के मुताबिक उनकी फिल्म 'बैटल ऑफ सारागढ़ी' साल 2016 में अनाउंस की गई थी लेकिन अक्षय कुमार की फिल्म 'केसरी' साल 2018 में रिलीज हो गई जो सारागढ़ी पर ही बेस्ड थी। उन्होंने फिल्म के लिए दाढ़ी और मूछ भी बढ़ाई। इसके चलते उन्होंने हॉलीवुड व बॉलीवुड फिल्मों को ठुकरा दिया। फिल्म रिलीज नहीं होने पर रणदीप हुड्डा की सारी मेहनत पर पानी फिर गया, जिसके चलते वो डिप्रेशन में चले गए।
रणदीप ने ‘मैशेबल इंडिया’ के साथ एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि वे फिल्म रिलीज नहीं होने से किस तरह से टूट गए थे और खुद के साथ हुए धोखे जैसा महसूस कर रहे थे। दर्शकों को फिल्म देखने का मौका नहीं मिला। उन्होंने ईशर सिंह की भूमिका निभाई, क्योंकि उन्होंने इस प्रोजेक्ट को 3 साल दिए थे। रणदीप ने कहा कि मैं डिप्रेशन के एक बड़े दौर से गुजरा हूं। मैं इससे काफी प्रभावित हुआ। मेरे माता-पिता मुझे अकेला नहीं छोड़ते थे। उनसे बचने के लिए मैं अपने कमरे में बंद हो जाता था, इस डर से कि कोई मेरी दाढ़ी काट लेगा। तब मैंने फैसला किया कि मैं अपने साथ ऐसा दोबारा नहीं होने दूंगा।
विवेक अग्निहोत्री ने आलिया के साथ कृति और अल्लू की भी तारीफ की
फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ के कारण सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस बीच, उन्होंने खुद को आलिया भट्ट का फैन बताया। विवेक ने कहा कि मैं आलिया को अपने घर की सदस्य की तरह मानता हूं और हमेशा उनके काम से प्रभावित रहता हूं। वो एक एक्ट्रेस के तौर पर पिछले कुछ सालों में बेहद निखर गई हैं।
उनके पास क्रिएटिव इंटेलीजेंस है इसलिए मुझे उनकी ग्रोथ पसंद है और वो पब्लिक में जैसे खुद को पेश करती हैं, वो काबिले तारीफ है। जब भी कोई डिस्कशन होता है मैं उनके बारे में कोई निगेटिव बात नहीं सुन सकता हूं। आलिया इस बात का बेहतरीन उदाहरण हैं कि एक एक्टर को कैसे मैच्योर होना चाहिए। विवेक ने एक्टर अल्लू अर्जुन और एक्ट्रेस कृति सेनन की भी तारीफ की।
विवेक ने कहा कि मैंने और पल्लवी जोशी ने ‘मिमी’ देखी और हमें लगा कि कृति ने मेच्योर और बेहतरीन परफॉरमेंस दी है। उल्लेखनीय है कि इस साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में आलिया को ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ और कृति को ‘मिमी’ के लिए बेस्ट एक्ट्रेस तथा साउथ इंडियन स्टार अल्लू अर्जुन को ‘पुष्पा’ फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड मिला था।