पंकज त्रिपाठी ने संभाली 'क्रिमिनल जस्टिस 3' की कमान
क्या है कहानी: क्रिमिनल जस्टिस 3 एक लीगल ड्रामा सीरीज है, जिसमें हर बार की तरह माधव मिश्रा (पंकज त्रिपाठी) के पास एक ऐसा केस आता है
वेब सीरीज: क्रिमिनल जस्टिस – अधूरा सच
निर्देशक: रोहन सिप्पी
कास्ट: पंकज त्रिपाठी, श्वेता बसु प्रसाद, पूरब कोहली, स्वास्तिका मुखर्जी, गौरव गेरा, आदित्या गुप्ता, और देशना डुगड
कहां देखें: डिज्नी प्लस हॉटस्टार
क्या है कहानी: क्रिमिनल जस्टिस 3 एक लीगल ड्रामा सीरीज है, जिसमें हर बार की तरह माधव मिश्रा (पंकज त्रिपाठी) के पास एक ऐसा केस आता है, जो किसी को नहीं लगता है कि कोई जीत सकता है। जारा (देशना डुगड) एक फेमस चाइल्ड आर्टिस्ट है, जिसकी तगड़ी फैन फॉलोइंग है। पूरब कोहली और स्वास्तिक मुखर्जी, जारा और के पैरेटेंस के किरदार में हैं। माधव के पास मुकुल (आदित्य गुप्ता) को बचाने की जिम्मेदारी आती है, जिस पर उसकी सौतेली बहन जारा के कत्ल का आरोप लगा है। वहीं माधव के खिलाफ कोर्ट में श्वेता बसु का किरदार दिखता है। अब क्या माधव मिश्रा उसे बचा पाते हैं, क्या मुकल ने ही अपनी बहन को मारा होता है? ऐसे ही कई सवालों के लिए आपको सीरीज देखनी होगी।
क्या कुछ है खास: क्रिमिनल जस्टिस 3 की सबसे खास बात माधव मिश्रा है। पंकज त्रिपाठी जिस सरलता और सहजता से इस किरदार को निभाते हैं, वो दिल खुश कर देता है। वहीं इस बार माधव की पत्नी के किरदार को भी स्क्रीन स्पेस पहले से अधिक दिया गया है, जो सीरीज में आपको मुस्कुराने के साथ ही कई गहरी बातें भी समझा जाता है। पुराने दो सीजन्स की तरह ही इस बार भी कई ऐसे छोटे छोटे लेकिन दमदार और असरदार डायलॉग्स हैं, जो आपको वाह बोलने पर मजबूर कर देते हैं।
कैसी है किरदारों की एक्टिंग और निर्देशन: सीरीज में लीड रोल निभाने वाले पंकज त्रिपाठी ने पहले की ही तरह इस बार भी दिल जीतने वाला काम किया है। इसके अलावा श्वेता बसु प्रसाद ने भी अच्छा काम किया है। वहीं पूरब कोहली और गौरव गेरा ने भी कम स्क्रीन टाइम होने के बाद भी बढ़िया काम किया है। आदित्या गुप्ता ने सीन्स के हिसाब से खुद को बढ़िया ढाला है,वहीं जारा का किरदार निभाने वालीं देशना ने भी सीरीज को अच्छी शुरुआती किक दी है। हालांकि इन सब के बीच में स्वास्तिका मुखर्जी की एक्टिंग असरदार नहीं दिखती है और स्क्रीन पर काफी फेक सी नजर आती हैं। कलर बैलेंस से लेकर बैकग्राउंड म्यूजिक और सिनेमैटोग्राफी आदि तकनीकी काम भी ठीक ठाक ही हैं और रोहन सिप्पी का निर्देशन भी सीरीज में औसत ही दिखता है।
देखें या नहीं: क्रिमिनल जस्टिस सीजन 3, पहले दो सीजन के मुकाबले कमतर साबित होता है। हालांकि दूसरा सीजन भी पहले के मुकाबले हल्का ही पड़ा था। क्रिमिनल जस्टिस 3 आपको बांधे तो रखती है, लेकिन कई बार आपको कुछ छूटा या अधूरा सा महसूस होता है। कुल मिलाकर बात ये है कि क्रिमिनल जस्टिस 3 को देखा जा सकता है, लेकिन पहले सीजन जितनी उम्मीदें न रखें।