ऑन स्क्रीन 'यू-ट्यूबर' के सामने रो पड़ी नोरा फतेही, कहा- 'अगर किसी ने...
मैं बस चाहती हूं कि कोई भी हार नहीं माने, क्योंकि जब कोई इंसान हार जाता है तो पूरी इंसानियत हार जाती है।'
अपने धमाकेदार डांस और दिलकश मुस्कान से सभी का दिल जीत चुकीं नोरा फतेही अपने एक इंटरव्यू को लेकर चर्चा में हैं। दुबई के यू-ट्यूबर अनस को दिए इस इंटरव्यू में नोरा ने अपने दिल की कई बातें कही हैं। इस इंटरव्यू में नोरा फतेही अपने स्ट्रगल के बारे में बात करते दिख रही हैं और इस बीच रो पड़ती हैं।
इंटरव्यू में नोरा कहती हैं, 'मैं शुरू से ही काफी फिल्मी थी, ऐसे कई मौके होते थे जब मैं बाकी लोगों को पीछे करके खुद आगे आ जाती थी। मैं अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा और बेहतर करना चाहती थी। मैंने इसके बारे में कई बार सोचा लेकिन कभी अपने लिए फैसला नहीं ले पाई, लेकिन एक बार मैंने बहुत सोचा और आखिरकार मैंने नौकरी छोड़ दी। मैं उस वक्त कई अलग अलग जगहों पर नौकरी करती थी।'
नोरा ने आगे बताया, 'मैं उस वक्त मॉडलिंग और एक्टिंग की एजेंसीज के बारे में गूगल करती थी और जो भी नंबर मिलता उसको कॉल करके कहती थी कि मैं एक बड़ी अभिनेत्री हूं और आप कुछ मेरी मदद कर सकते हैं। ऐसे ही एक दिन मुझे एक रेडियो चैनल पर एक विज्ञापन सुनने को मिला जो शोबिज के बारे में बात कर रहा था, इसके बाद मैं वहां गई। जहां मैं सिलेक्ट हुई और उन्होंने कहा कि सारा खर्चा हमें खुद करना था। पोर्टफोलियो दिखाने के एक दिन पहले मेरा एपेंडिक्स का ऑपरेशन भी हुआ, मैं सही से चल नहीं पा रही थी, लेकिन मैं गई। वहां सिलेक्ट होने के बाद एक दम से मैंने जाने के लिए मना कर दिया, क्योंकि मुझे मोटिवेशन नहीं मिल रहा था।'
नोरा आगे कहती हैं,'जैसे ही मैं वहां से वापस आई, मुझे उस पाकिस्तानी एंजेंसी से कॉल आया कि क्या तुम भारत जाना चाहोगी, मैंने उसे तुरंत हां कह दिया। इसके बाद मैं भारत आ गई, यहां आकर मुझे लगा था कि मुझे लेने लिमोजीन आएगी साथ ही एक बटलर भी होगा जो कि मुझे एक सुईट में ले जाएंगे और मैं अपने ऑडिशंस के लिए इसी लिमोजीन कार से जाया करूंगी। हालांकि, जब मैं भारत पहुंची तो ऐसा कुछ नहीं था, यह मेरे लिए एक चांटे जैसा था।' नोरा ने इस इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया कि उन्हें स्ट्रगल के दौरान बुलिंइंग, रिजेक्शन से लेकर ट्रामा जैसी सिचुएश्न्स का सामना करना पड़ा था।
नोरा आगे कहती हैं, 'काश मुझे किसी ने बताया होता कि मेरा यहां पर कैसे कैसे लोगों से पाला पड़ेगा, मेरा पासपोर्ट चोरी होगा, लोग मेरे मुंह पर हंसा करेंगे, मेरे बोलने के तरीके का मजाक उड़ा करेगा। मेरे साथ ये बहुत बार हुआ, मैं कई बार रोते रोते बाहर आती थी और रिक्शे से घर जाती थी। मेरे साथ करीब पांच साल तक ऐसा होता कि लोग कहते थे कि देखो तुम बहुत टैलेंटिड हो.. ये दरवाजा सिर्फ तुम्हारे लिए खुला है, लेकिन जैसे ही मैं उस दरवाजे के पास जाती, कोई उसे जोर से मेरे मुंह पर बंद कर देता।'
इसके बाद इंटरव्यू में नोरा रो पड़ती हैं और कहती हैं,'मैंने बहुत कुछ देखा है, बहुत कुछ सहा है लेकिन मैंने हार नहीं मानी और कोशिश करती गई। लेकिन मुझे उन लड़कियों के लिए सोचकर रोना आता है, जिनको मेरे जैसे ही बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिनको कई लोगों ने असफल करने की कोशिश की, कुछ ने हार मान लीं लेकिन कुछ डटी रहीं। मैं बस चाहती हूं कि कोई भी हार नहीं माने, क्योंकि जब कोई इंसान हार जाता है तो पूरी इंसानियत हार जाती है।'