छोटी सरदारनी में बेटे करण के घर छोड़ देने से मेहर और सरबजीत को लगा झटका,
छोटी सरदारनी में करण ने ताई जी कर हर गलत करतूत अपनी आंखों से देखी है लेकिन उसके मम्मी पापा उसकी बात मानने के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कलर्स टीवी (Colors Tv) की सीरियल छोटी सरदारनी (Chhoti Sardarni ) में ताई जी की हरकतों से मेहर (Meher) और सरबजीत (Sarabjeet) का बेटा करण पहले से ही डरा हुआ है. हालांकि मेहर और सरबजीत अब तक ताई जी का असली चेहरा पहचान नहीं पाए हैं. जल्द ही हम देखेंगे कि गीता के साथ करण (Karan) अपने मां पापा का घर छोड़कर नानी के पास आ जाएगा. करण के बिना बताए घर छोड़ने से सरबजीत और मेहर परेशान हो जाएंगे और उसे सब जगह ढूंढने लगेंगे.
छोटी सरदारनी में अब तक हमने देखा कुलवंत गीता को मैंशन भेजती है. वहां जाकर गीता कुलवंत को परम को करंट लगने वाली वीडियो भेजती है जिसे देखकर कुलवंत ख़ुश हो जाती है. तब बिट्टू उसे पूछता है कि "आप इसका क्या करोगी?" तब कुलवंत उसे कहती है कि "ये वीडियो मैं सही समय पर मेहर को भेजूंगी और उसे यकीन हो जाएगा कि ये सब ताई जी ने किया है ". दूसरी तरफ अपने बच्चों पर आने वाली मुसीबतों से परेशान मेहर बच्चों से पूरी घटना के बारे में पूछती है, परम कहता है कि "अच्छा हुआ मेहर मम्मा करण पानी में नहीं खुदा वरना उसको भी करंट लग जाता ".
मेहर की बातें सुन टूट गया करण
उधर करण मेहर के कमरे में सोने के लिए जाता है, तब सेहर करण से उसके ऐसे करने के पीछे की वजह पूछती है तब करण सेहर से कहता है कि इस घर में केवल मेहर मां ही उस पर भरोसा करती है. उधर सरब मेहर से पूछता है कि आप सोच भी कैसे सकती हैं कि करण ने परम के साथ ये सब किया? मेहर कहती है कि शायद करण ने उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए या शायद गुस्से में ऐसा किया हो". करण मेहर की बात सुनकर दुखी हो जाता है और वहां से चला जाता है. सरब मेहर से कहता है कि मेरा बेटा अपने भाई के साथ नहीं करेगा और मुझे आपकी परवरिश पर पूरा भरोसा है.
नानी ने की करण से बात
करण अपनी नानी कुलवंत को मेहर के शक के बारे में बताता है और रोने लगता है, कुलवंत उसे भड़काते हुए कहती है कि मैं तुम पर पूरा भरोसा करती हूं. कुलवंत करण को बताती है कि मेहर और सरब को लगता है कि वह पागल है,इसलिए वो दोनों उसे अस्पताल ले गए थे.
रोने लगी ताई जी
दूसरी तरफ ताई जी यानी अमृत ने घर से निकलने के लिए अपने कपड़े पैक कर लेती है लेकिन हरलीन और डॉली उनको रोकने की कोशिश करते हैं. ताई जी उन्हें कहती है कि सरब को उस पर शक है इसलिए वह यह सब और बर्दाश्त नहीं कर सकती, इसलिए वह अब यहां नहीं रहना चाहती. दारजी कहते है कि हम गुरबख्श की 25वीं पुण्यतिथि तक नहीं जा सकते हैं और अगर हम अभी चले गए तो गुरबख्श की आत्मा हमें माफ नहीं करेगी और सरब ने गुस्से में कहा होगा तुमको, ताई जी दार जी की बात सुनकर उनके गले लगकर रोने लगती है.
करण करेगा फैसला
मेहर परम और सेहर को सरब के साथ सोने के लिए कहती है और वह करण के साथ सोने जाती है लेकिन करण सोचता है कि मेहर मम्मा मुझे फिर से डॉक्टर के पास ले जाएगी. तभी करण को याद आता है कि उनकी नानी कुलवंत ने उसे बिना किसी को बताए घर से निकल जाने को कहा था. डॉक्टर के डर से करण तय करता है कि वह घर छोड़कर चला जाएगा.