MEERA RAJPUT: मीरा को हुई प्रेगनेंसी के 4 महिना बाद प्रॉब्लम शदीद कपूर ने बना दिया घर को ही हॉस्पिटल

Update: 2024-06-25 02:09 GMT

MEERA RAJPUT :मीरा राजपूत को पहली प्रेग्नेंसी ढाई महीने हॉस्पिटल के बेड पर गुजारने पड़े, डॉक्टर ने बेटी मीशा के जन्म को बताया चमत्कार।

मीरा राजपूत ने बताया सिर्फ 4 महीने की प्रेग्नेंसी PREGNANCY में खुल गया था गर्भाशय का मुंह, कभी भी खो सकती थीं अपना बच्चा

शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत सोशल मीडिया SOACIAL MEDIA पर पॉपुलर हैं। उन्होंने खुद अपनी पहचान बनाई और अब बिज़नस वुमन हैं। उन्होंने हाल में अपना स्किनकेयर ब्रांड Akind शुरू किया है। मीरा अपने ब्रांड को प्रोमोट PROMOTE करने के लिए प्रखर गुप्ता के पोस्टकास्ट पर पहुंची थीं जहां उन्होंने अपनी प्रेग्नेंसी को लेकर ऐसा खुलासा किया जिससे जानने के बाद सभी हैरान हैं। मीरा ने बताया कैसे पहली प्रेग्नेंसी के दौरान उन्हें डॉक्टर ने बोल दिया था कि वो कभी भी अपना बच्चा खो सकती हैं। शाहिद और मीरा के लिए वो सबसे बुरा समय था।

ढाई महीने रहीं हॉस्पिटल में एडमिट ADMIT

मीरा ने बताया कि उनकी पहली प्रेग्नेंसी के दौरान वो अपने पहले बच्चे को लगभग खो चुकी थीं। उन्हें लगता था कि वो 20 या 21 साल की उम्र में माँ बन रही है जो सबसे सही उम्र मानी जाती है। वो फिट थीं सब सही था। लेकिन जब सोनोग्राफी के बाद वो बाहर आई तो डॉक्टर ने उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट होने की सलाह दे दी। मीरा ने बताया कि वो सिर्फ चार महीने प्रेग्नेंट PREGNANT थीं और इतने कम समय में ही उनके गर्भाशय का मुंह खुल चुका था। आमतौर पर ऐसी स्थिति नौवे महीने में होती जब महिला बच्चा डिलीवर DELIVER करती हैं। लेकिन मीरा के साथ स्थिति इतनी बिगड़ गई थीं कि उन्हें तीन महीने बेडरेस्ट पर भेज दिया गया।

शाहिद कपूर ने घर को बनाया हॉस्पिटल

मीरा तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट हुईं और उन्हें ढाई महीने उसी बेड BREAD पर बिताने पड़े जहां वो बेबी डिलीवर करने वाली थीं। ऐसे में ये सब उनके दिमाग पर बुरा असर डाल रहा था। ढाई महीने हॉस्पिटल में रहने के बाद शाहिद कपूर ने डॉक्टर से बातचीत की, घर के कमरे को हॉस्पिटल के रूप में बदला और पत्नी को घर ले आए। इस दौरान परिवार के सदस्य जब उनसे मिलने आए तो वो इमोशनल हो गई और उन्हें कॉन्ट्रैक्शन शुरू हो गए।

बेटी मीशा के जन्म को बताया चमत्कार

घर आने के बाद मीरा की हालत बिगड़ रही थी उन्हें दोबारा हॉस्पिटल में एडमिट ADMIT होने को कहा गया। लेकिन इस बार शाहिद ने मन बनाया और हिम्मत से पत्नी को घर ही रखा। खूब सावधानी बरती गई। मीरा ने भी अपने बच्चे के लिए खुद को मजबूत बनाया। बच्चे के लिए वो खुद को संभालती रहीं। इतनी दिक्कतों के बाद जब बेटी मीशा का जन्म हुआ तो डॉक्टर ने उन्हें बोला कि ये चमत्कार है। उन्हें अपने भगवान का शुक्रियादा करना चाहिए।

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