लकी अली पिता महमूद के निधन के बाद छोड़कर जाना चाहते थे मुंबई, इस कारण शोबिज से हो गए दूर

फिर भी अजनबी जैसा महसूस हुआ। कभी-कभी ऐसा बेंगलुरु में भी महसूस होता है।'

Update: 2022-05-17 04:26 GMT

90 के दशक में अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों का दिल जीतने वाले लकी अली (Lucky Ali) इस वक्त शोबिज की दुनिया से दूर हैं। लकी अली अब मुंबई में भी नहीं रहते। उन्होंने अब बेंगलुरु में अपना आशियाना बनाया हुआ है। लकी अली ने हाल ही दिए इंटरव्यू में बताया कि जिस मुंबई से वह बेतहाशा प्यार करते थ, किस तरह पिता की महमूद अली (Mehmood Ali) मौत के बाद वह बेगानी लगने लगी। लेकिन मां-बाप द्वारा सौंपी गईं कुछ जिम्मेदारियों के कारण उन्हें बेंगलुरु बसना पड़ा।

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लकी अली, महमूद अली के बेटे हैं, जो एक पॉप्युलर ऐक्टर और कमीडियन थे। 60 और 70 के दशक में महमूद अली टॉप स्टार्स में शुमार थे। वह उस दौर के सबसे बिजी ऐक्टर्स में से एक थे। शूटिंग के चक्कर में महमूद अली कई-कई दिन तक घर नहीं आते थे। लेकिन जब महमूद अली हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए तो लकी अली और उनके परिवार पर दुखों को पहाड़ टूट पड़ा। लकी अली का मन मुंबई से ही हटने लगा था।
2004 में हुआ था महमूद अली का निधन, चल रहा था इलाज


महमूद अली का नींद में ही जुलाई 2004 में अमेरिका में निधन हो गया था। उस वक्त उनकी उम्र 77 साल थी। महमूद अली का उस वक्त अमेरिका में इलाज चल रहा था। महमूद अली ने अपने करियर में 300 से भी ज्यादा फिल्में कीं और कई अवॉर्ड जीते।
पिता की मौत के बाद मुंबई लगने लगी 'बेगानी'
मुंबई और पिता महमूद अली के बारे में लकी अली ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं एक जगह पर ही रहने वाला आदमी नहीं हूं। मुझे आसपास घूमते रहने, नई जगहों पर जाने की जरूरत महसूस होती है। नहीं तो मुझे ऐसा लगता है जैसे मैं सड़ रहा हूं। लेकिन जब मेरे पिता गुजर गए तो मुझे अहसास हुआ कि मैं यहां (मुंबई) से जाना चाहता हूं। मुझे ऐसा लगा कि मैं यहां का नहीं हूं। मेरी जगह अब यहां नहीं है। मुझे भीड़ में अजनबी सा महसूस हुआ। मैं यहां बहुत से लोगों को जानता था, फिर भी अजनबी जैसा महसूस हुआ। कभी-कभी ऐसा बेंगलुरु में भी महसूस होता है।'


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