अनिल कपूर और सुनीता की शादी की सिलगिरह के मौके पर जाने इनकी दिलचस्प लव स्टोरी
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के गलियारों में कई ऐसी लव स्टोरीज़ हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के गलियारों में कई ऐसी लव स्टोरीज़ हैं जो लोगों के लिए एक मिसाल हैं। पहली नज़र का प्यार... फिर एकरार और फिर शादी.. ऐसा सिर्फ फिल्मों ने नहीं होता असल ज़िंदगी में भी होता है। ऐसा ही कुछ हुआ था अनिल कपूर के साथ जब उन्होंने पहली बार सुनीता कपूर को देखा था। सुनीता को पहली ही बार देखकर अनिल उन्हें अपना दिल दे बैठे थे, लेकिन शादी तो छोड़िए पहले अनीता तक पहुंच पाना ही अनिल के लिए बहुत मुश्किल था। पर एक्टर ने हार नहीं मानी और अपनी मोहब्बत की मंज़िल तक पहुंचाकर ही दम ली।
आज अनिल भले ही करोड़ों के मालिक हों लेकिन अपने स्ट्रगलिंग डेज़ में अनिल कपूर के पास टैक्सी के किराए तक के पैसे नहीं होते थे।आज अनिल भले ही करोड़ों के मालिक हों, लेकिन अपने स्ट्रगलिंग डेज़ में अनिल कपूर के पास टैक्सी के किराए तक के पैसे नहीं होते थे। उनका बहुत बड़ा खर्च सुनीता उठाती थीं। उस वक्त अनिल कूपर के पास कुछ खास का नहीं था, उनके पैस कैप में देने तक के पैसे नहीं होते थो तब सुनीत पैसे देती थीं ताकी अनिल को उनसे मिलने के लिए घंटों बस से ट्रेवल कर के न आना पड़े।
अनिल ने इस दौरान खूब स्ट्रगल किया और सुनीता ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया। फिर 1985 में जब अनिल कपूर को 'मेरी जंग' के जरिए एक बड़ा ब्रेक मिला तब उन्होंने सुनीता को प्रपोज़ करने का फैसला किया। 17 मई 1984 में उन्होंने फिल्म साइन की, 18 मई प्रपोज़ किया और 19 मई को दोनों ने शादी कर ली। अनिल ने सुनीता को पहले इसलिए प्रपोज़ नहीं किया था क्योंकि सुनीता ने मना कर दिया था कि वो किचन का काम नहीं करेंगी। तब जब अनिल कपूर को मेरी जंग मिली उन्हें लगा अब वो घर में नौकर रखना अफॉर्ड कर सकते हैं और तब जाकर उन्होंने सुनीता को प्रपोज़ किया। ये सुनाती का ही आडिया था कि वो या तो अगले दिन शादी करें या फिर कभी नहीं। एक्टर कई बार सोशल मीडिया के जरिए भी अपनी लव स्टोरी का जिक्र कर चुके हैं। अनिल ने आज सालगिरह के मौक पर सोशल मीडिया के जरिए अपनी पत्नी को मुबारकबाद दी है।