मुंबई: ओ साकी-साकी, दिल में बजी गिटार जैसे सुपरहिट गानों से लोगों को थिरकाने वालीं कोयना मित्रा अपने जन्मदिन पर हमसे खुलकर बातचीत करती हैं. कोयना ने इस अनफिल्टर इंटरव्यू में बर्थडे प्लान्स से लेकर बॉलीवुड नेपोटिज्म, ग्रुपिज्म, प्लास्टिक सर्जरी जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय रखी है.
कोरोना की वजह से प्लानिंग पर लगा रोक
आजतक डॉट इन से बातचीत के दौरान कोयना अपने बर्थडे प्लान्स पर कहती हैं, इस साल वापस कोरोना दस्तक दे रहा है. इस वजह से मैं किसी तरह का बर्थडे सेलिब्रेशन नहीं रखना चाहती हूं. मेरे कुछ दो चार दोस्त हैं, वो घर आकर अगर केक काटेंगे, तो बस उतने तक ही सीमित होगा. हालांकि मैंने सोचा है कि मैं सेल्फ ग्रूमिंग के लिए स्पा जाऊं और ऐसे खुद को पैंपर करूं.
इसलिए चार साल का लिया था गैप
कोरोना के करियर की बात करें, तो वे अचानक से स्क्रीन से गायब हो गई थीं. इसकी वजह कोयना बताती हैं, मैं एक्टिंग चार साल छोड़ कर लॉस एंजिल्स में रह रही थी. वहां मैंने डांस फॉर्म की ट्रेनिंग ली थी. लोग अक्सर फेम मिलने के बाद सीखने के प्रोसेस को बंद कर देते हैं लेकिन मैं मानती हूं कि सीखना कभी बेकार नहीं जाता है. मैं यहां एक ही डांस मूव्स करते-करते बोर हो गई थी, मुझे लगा कि अब मुझे अपने डांस की कला को नेक्स्ट लेवल पर लेकर जाना है. इसलिए मैं चार साल के लिए गायब हो गई थी. इसके साथ ही परिवार में भी कुछ पर्सनल दिक्कतें चल रही थीं. मेरे पिताजी की तबीयत लगातार खराब हो रही थी. ऐसे में करियर से ज्यादा मैंने अपनी फैमिली को तवज्जोदी है. हालांकि अब पापा हमारे बीच नहीं रहे हैं लेकिन मुझे संतुष्टि है कि मैं उस वक्त उनके साथ रही, जब उन्हें सबसे ज्यादा मेरी जरूरत थी.
राइटर्स केवल बोल्ड गानें व स्क्रिप्ट लेकर आते थे
जब मैंने अपने करियर की शुरूआत की थी, तो उस वक्त इंडस्ट्री का वर्क कल्चर काफी अलग था. अब वक्त काफी बदल गया है. उस समय एक्ट्रेसेज को टाइपकास्ट कर दिया जाता था. साथ ही अगर किसी एक्ट्रेस ने बोल्ड फिल्म या गाने कर लिए हैं, तो राइटर्स भी उन्हीं तरह की कहानियों को लेकर उनके पीछे पड़ जाया करता था. मुझे केवल बोल्ड और डांस वाले स्क्रिप्ट मिला करते थे, जिससे मैं काफी परेशान हो जाया करती थी. मुझे अभी डिजिटल प्लेटफॉर्म काफी पसंद आया है और मैं आने वाले वक्त में इसे एक्स्प्लोर भी करना चाहती हूं. एक प्रोजेक्ट पर बात चल रही है, सब फाइनल रहा, तो जल्द ही शूटिंग भी शुरू कर दी जाएगी.
झेल चुकी हूं इंडस्ट्री का ग्रुपिज्म
इंडस्ट्री में नेपोटिज्म व ग्रुपिज्म पर बात करते हुए कोयना कहती हैं, मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि हमारी इंडस्ट्री में ग्रुपिज्म व नेपोटिज्म होता है. मेरे साथ दोनों तरह के बर्ताव हुए हैं, एक वक्त मुझ जैसी आउटसाइडर को इतना बड़ा ब्रेक मिला, तो वहीं दूसरी तरफ जब मुझे इन इंडस्ट्री के लोगों की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तो किसी ने मेरे लिए स्टैंड नहीं लिया था. इंडस्ट्री से हमेशा मेरी यही कंप्लेन रहेगी कि उन्होंने मेरे लिए कभी ओपनली कुछ नहीं कहा है.
लगातार तीन साल तक टॉर्चर होती रही
कोयना आगे कहती हैं, जब मैं यहां आई थी, तो यहां के तौर तरीकों से वाकिफ नहीं थी. उस दौरान नहीं पता था कि आपको अपनी सर्जरी के बारे में खुलकर बात नहीं करनी चाहिए थी. मुझे किसी ने पूछा, तो मैंने बताया दिया कि हां, मैंने सर्जरी करवाई है. बस फिर क्या था. उसके बाद तो मानों, पूरी दुनिया मेरे पीछे पड़ गई थी. लगातार तीन साल तक मुझे मेरी सर्जरी के लिए टॉर्चर किया गया था. लगातार खबरों में मेरे बारे में इतनी निगेटिव चीजें चल रही थीं. इसकी वजह से कई इंडस्ट्री के लोगों ने मुझसे दूरी भी बना ली जिसका असर काम पर भी पड़ा.
आउटसाइडर का स्टैंड नहीं लेते इंडस्ट्री वाले
कोयना कहती हैं, हंसी इस बात पर आती है कि लोग मुझे कॉल कर सांत्वना देते थे कि तुम बहुत बहादुर हो, इन सब पर ध्यान नहीं दो लेकिन किसी ने मीडिया के सामने आकर मेरे सपोर्ट में नहीं कहा. यह काफी तकलीफदेह है कि आप अपने कुछ खास लोगों के लिए स्टैंड लेते हो लेकिन हम जैसे आउटसाइडर पर कुछ भी बात करने से हिचकिचाते हो.
सर्जरी को लेकर कोई मलाल नहीं है
क्या कभी सर्जरी को लेकर मलाल हुआ, तो जवाब में कोयना कहती हैं, नहीं, मुझे कभी मलाल न है और न रहेगा. जो भी था, वो मेरा फैसला था. बाकी लोगों को इतनी तकलीफ क्यों होती है, यह समझ नहीं आता है. मेरा चेहरा, मेरी लाइफ, मैं जो भी करूं लोगों का क्या लेना देना.