जानिए नूर जहां की खास बातें
अपनी गायिकी ही नहीं खूबसूरती से हर दिल का जीतने वाली जाने वालीं नूर जहां
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| अपनी गायिकी ही नहीं खूबसूरती से हर दिल का जीतने वाली जाने वालीं नूर जहां (Noor Jahan) को भला कौन भूल सकता है. हर संगीत प्रेमी के दिल में नूर जहां आज भी राज करती है. आज इस नायाब सिंगर नूर जहां का जन्मदिन है. भारत से पाकिस्तान गईं नूर जहां ने अपनी गायिकी से हर किसी को एक वक्त पर दीवाना किया था.
नूर जहां (noor jahan birthday special) का असली नाम अल्लाह राखी वसाई था. 1930 से 1990 तक नूर जहां को पाकिस्तान में मल्लिका-ए-तरन्नुम (Malika e Tarannum) का खिताब मिला था. उन्होंने कलकत्ता से अपने कला के सफ़र की शुरुआत की थी. यहीं से अल्लाह वसाई का नाम नूरजहां पड़ गया था.आपको बता दें कि नूर जहां का जन्म 21 सितंबर 1926 को हुआ था.
बंटवारे के बाद गई थीं पाकिस्तान
बंटवारे से पहले नूर (pakistani singer) जहां बॉलीवुड के लिए गाना गाती थीं. लेकिन बंटवारे के बाद सिंगर पाकिस्तान (noor jahan) जाकर बस गई थीं.जब तक वह भारत रहीं उनके आगे सभी सिंगर्स फेल रहीं. 'दोस्त', 'जीनत', 'बड़ी मां', 'जुगनू', 'ख़ानदान' जैसी फिल्मों में उन्होंने अपनी आवाज का जादू बिखेरा था.
नूर ने अपनी शर्तों पर जी जिंदगी
नूर (noor life facts)जहां ने अपने करियर में मुकाम पाने के लिए कड़ी मेहनत की थी.सिंगर ने हमेशा ही अपनी शर्तों पर जिंदगी को जिया था. उनकी जिंदगी में अच्छे और बुरे हर एक पल ने एंट्री ली थी.उन्होंने शादियां कीं, तलाक दिए, प्रेम संबंध बनाए, नाम कमाया और अपनी जिंदगी के अंतिम क्षणों में बेइंतहा तकलीफ भी झेली.
पाकिस्तान में भी पाई सफलता
बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाने पर उनकी गायकी ने नई बुलंदियों को छुआ था. कहा जाता है पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेटर नजर मोहम्मद का टेस्ट करियर वक्त से पहले ही नूर जहां की वजह से खत्म हो गया था. नूर और मोहम्मद के अफेयर की भी बातें की जाती हैं.
दिल का पड़ा था दौड़ा
बीबीसी के रिपोर्ट (BBC Report) के मुताबिक जब 1998 में नूर जहां को दिल का दौरा पड़ा, तो उनके एक मुरीद और नामी पाकिस्तानी पत्रकार खालिद हसन ने लिखा था कि दिल का दौरा तो उन्हें पड़ना ही था, क्योंकि पता नहीं कितने दावेदार थे उसके! और पता नहीं कितनी बार वह धड़का था.
यहां सुनिए नूर के खास गानें