Bollywood की फिल्मों में दिखा विधवाओं का दर्द जानिए

बॉलीवुड में कई ऐसी एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने पर्दे पर विधना महिला का मजबूत रोल प्ले करके हर किसी को हैरान किया है. आज हम ऐसी ही एक्ट्रेस से आपको रूबरू करवाएंगे.

Update: 2021-06-23 05:11 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर लड़की के लिए शादी और वैवाहिक जीवन के हजारों सपने होते हैं. लेकिन कई बार ये सपने तब टूट जाते हैं जब जीवन साथी बीच राह में ही छोड़कर चला जाता है. जैसे ही किसी महिला के पति का निधन होता है उसके हाथ दुख और निराशा ही लगती है. आज 23 जून को अतरराष्ट्रीय विधवा दिवस मनाया जा रहा है.

बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनी हैं, जो विधवा महिलाओं के दर्द और टूटे हुए जीवन को पेश करती हैं. बॉलीवुड में कई ऐसी अभिनेत्री भी हैं जिन्होंने विधवा का किरदार निभाया जो कि काफी प्रभावित था. आज हम आपको ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताएंगे.
मदर इंडिया
1957 में रिलीज हुई मदर इंडिया फिल्म में नरगिस ने एक विधवा महिला का सशक्त रोल प्ले किया था. फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे पति के जाने के बाद एक अकेली औरत अपने बच्चों को पालती है और लोगों की गंदी नजरों से तक खुद को बचाती है. फिल्म पूरी नरगिस के आस पास ही घूमती दिखाई थी. इस फिल्म में नरगिस ने एक ऐसी अकेली मजबूत महिला का रोल किया था जो अंत में अपने बेटे तक को मार देती है.
प्रेम रोग
राज कूपर की फिल्म प्रेम रोग को वैसे तो रोमांटिक फिल्म कहा जाता सकता है, लेकिन इस फिल्म में विधवा के रोल में नजर आईं पद्मिनी कोल्हापुरी ने सभी को अपनी एक्टिंग से हैरान कर दिया था. फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे मनोरमा शादी के अगले ही दिन विधवा हो जाती है. सुसराल में जेठ उसका रेप करते हैं और वह वापस अपने मायके लौट आती है. इसके बाद मनोरमा को जीवन के तमाम दुखों से अकेले लड़ते दिखाया जाता है.
मृत्युदंड
1997 में रिलीज हुई मृत्युदंड में शानदार रोल प्ले करके माधुरी दीक्षित ने हर किसी को हैरान कर दिया था. फिल्म माधुरी एक बेबाक, मजबूत महिला के रोल में दिखाई गई थीं. फिल्म में माधुरी एक ऐसी महिला की भूमिका में थी जो अपने और समाज की अन्य महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ती है. इतना ही नहीं पति के निधन के बाद परेशानियों को झेलते हुए वह अपने पति की मौत का बदला भी लेती है.
वाटर
2005 में आई वाटर फिल्म ऐसे तो तमाम तरह के मैसेज देने वाली फिल्म थी. लेकिन फिल्म में लीजा रे , सीमा विश्वास, सरला करियावासम, लीज रोल में थीं. सरला करियावासम जो छोटी सी उम्र में विधवा हो जाती है और विधवा आश्रम आने के बाद भी वह अपनी आम जिंदगी के सपने देखती है. वही लीजा रे जो एक विधवा है लेकिन थोड़ी अलग है और अपने सपनों को पूरा करना चाहती है. सीमा विश्वास इन दोनों का साथ देती है. फिल्म में इन तीनों एक्ट्रेस ने बहुत ही शानदार एक्टिंग पेश की थी.
द लास्ट कलर
2019 में रिलीज हुई द लास्ट कलर में नीना गुप्ता ने अपनी शानदार एक्टिंग की छाप छोड़ी थी. पूरी फिल्म नीना के आस-पास ही ज्यादा घूमती है. नूर यानी की नीना गुप्ता एक विधवा के किरदार में नजर आ रही हैं जिन्होंने अपने सारे सुखों को विधवा धर्म निभाने के लिए त्याग दिया है. नूरी की मुलाकात एक बार छोटी से होती है. इसके बाद इन दो महिलाओं पर फिल्म घूमती है.
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