mumbai मुंबई : बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में अपने समय की Beautifulहीरोइनों की बात करें तो उसमें तनूजा का नाम भी शामिल है। हालांकि अब तो तनूजा लाइमलाइट से दूर है लेकिन अपनी बेटियों काजोल और तनीषा के साथ कभी कभार खास मौकों पर स्पॉट हो ही जाती हैं। बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाली तनीषा अपने समय की फेमस और नटखट एक्ट्रेस थी। वह ही नहीं उनकी बहन नूतन और मां शोभना समर्थ भी काफी फेमस थी। चलिए आपको तनूजा की लाइफस्टोरी ही आपको बताते हैं।
तनुजा ने इस फिल्म में अपनी बहन के बचपन का किया था रोल बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाली तनूजा की मां शोभना समर्थ जहां फेमस एक्ट्रेस थी, वहीं पिता कुमारसेन समर्थ एक कवि थे। तनुजा अपने 4 भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थीं और बड़ी बहन थी नूतन। वह भी अपने जमाने की काफी फेमस एकट्रेस थी। घर में पूरा माहौल ही फिल्मी था इसलिए तनूजा ने भी बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट ही करियर की शुरुआत कर ली थी। उन्होंने अपनी मां की होम प्रोडक्शन में बनी फिल्म ‘हमारी बेटी’ से कदम रखा जिसमें उनकी बड़ी बहन नूतन ही लीड रोल में थी। इस फिल्म में तनुजा ने अपनी बहन के ही बचपन का रोल अदा किया था। उसके बाद तनुजा पढ़ाई के लिए स्विट्जरलैंड चली गई, जहां उन्होंने अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन भाषाएं सीखीं क्योंकि उन्हें इनका शौक था।लेकिन अचानक ही सब बदल गया। मां को काम में घाटा पड़ा तो घर के हालात इतने खराब हो गए कि उन्हें वापिस आना पड़ा। उस समय उनकी मां ने ही कहा था कि या तो वह इस बात का दुख मना सकती है या फिर हिंदी सिनेमा में काम कर सकती है। बस तनुजा ने हिंदी फिल्मी नगरी का रास्ता चुना।
जब लग गई थी फिल्मों की लाइनमां ने ही साल 1958 में उन्हें ‘छबीली’ नाम की एक कॉमेडी फिल्म में लांच किया उस समय वह 16 साल की थी। यह उनकी पहली लीड हीरोइन फिल्म थी लेकिन साल 1961 में आई फिल्म ‘हमारी याद आयेगी’ तनुजा के करियर की अहम फिल्म साबित हुई। अब किस्मत कहे या कुछ और गीता बाली की अचानक हुई मौत के बाद ये फिल्म उनकी झोली में गिरी थी। उसके बाद तो तनुजा के पास फिल्मों की लाइन लग गई। तनुजा ने एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्मों में काम किया लेकिन इससे पहले वह इतनी चुलबुली थी कि किसी काम को लेकर सीरियस नहीं थी।इसी बात को लेकर उन्हें पहले डायरेक्टर, फिर मां से जोरदार थप्पड़ खाना पड़ा था। दरअसल, उस समय के मशहूर डायरेक्टर केदार शर्मा ने फिल्म के सेट पर जोरदार तमाचा मार दिया था। फिल्म छबीली के सेट पर तनुजा बहुत ज्यादा हंसी मजाक किया करती थीं और ये बात केदार शर्मा को बिलकुल पसंद नहीं थी। एक शॉट में उन्हें रोना था लेकिन तनुजा रोने की बजाए बार-बार हंस रही थी। जब उनकी हरकतें हद से ज्यादा हो गईं तो केदार शर्मा का पारा चढ़ गया और उन्होंने तनुजा को एक जोरदार तमाचा जड़ दिया।
तनुजा ने जब ये बात अपनी मां को बताई तो उन्होंने भी तनुजा को Slapही जड़ा फिर उनके रोने के बाद फिल्म के सीन को शूट किया गया। इसके बाद तनुजा ने दोबारा ऐसी हरकत नहीं की और काम को लेकर सीरियस हो गई। कहा जा सकता है कि दो थप्पड़ खाने के बाद तनुजा करियर को लेकर सीरियस हुई और फिर उन्होंने पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखा।हिंदी के अलावा तनुजा बंगला फिल्मों में नजर आई उन्होंने गुजराती, मराठी, मलयालम और पंजाबी भाषाओं की फिल्मों में भी काम किया।
वही पर्सनल लाइफ की बात करे तो उसमें तनुजा सक्सेस फुल नहीं रहीं। तनुजा ने शशधर मुखर्जी के सबसे छोटे बेटे शोमू मुखर्जी से साल 1973 में शादी की थी जिनसे उन्हें दो बेटियां काजोल और तनीषा मुखर्जी हुई। शोमू मुखर्जी से तनुजा की मुलाकात फिल्म 'एक बार मुस्कुरा दो' के सेट पर हुई थी। वहीं से दोनों एक दूसरे के करीब आए लेकिन तनुजा और शोमू मुखर्जी के बीच का रिश्ता अच्छा नहीं रहा । वह दूसरी बेटी तनीषा मुखर्जी के जन्म के कुछ ही दिनों बाद अलग हो गए। एक इंटरव्यू में तनुजा ने कहा था कि शोमू और वो एक दूसरे के लिए बने ही नहीं थे हालाँकि उनकी बेटी काजोल को इस बात का ग़म शुरू से ही रहा कि उन्हें एक साथ पेरेंट्स का प्यार नही मिला।