कटी पतंग: 50 साल पहले आज ही के दिन र‍िलीज हुई थी राजेश खन्ना आशा पारेख की ब्‍लॉकबस्‍टर फ‍िल्‍म

शक्ति सामंत के निर्देशन में बानी फिल्म 'कटी पतंग' ने आज इंडस्ट्री में 50 साल पूरे कर लिए हैं. राजेश खन्ना और एक्ट्रेस आशा पारेख की ये फिल्‍म उपन्यासकार गुलशन नंदा के उपन्यास 'कटी पतंग' पर आधारित है.

Update: 2021-01-29 09:27 GMT

जनता से रिश्ता वेब डेस्क। नई दिल्ली. बॉलीवुड वो दशक जब फिल्मों में एक्टर राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) का राज हुआ करता था. 1971 में ऐसी ही एक फिल्म बनाई गयी जिसने बॉक्स ऑफिस का पहला इतिहास रचा. शक्ति सामंत (Shakti Samant) के निर्देशन में बानी फिल्म 'कटी पतंग' (Kati Patang) ने आज इंडस्ट्रीRajesh khanna में 50 साल पूरे कर लिए हैं. इस फिल्म में राजेश खन्ना और एक्ट्रेस आशा पारेख (Asha Parekh) ने लीड रोल प्ले किया था. फिल्म सुप्रसिद्ध उपन्यासकार गुलशन नंदा के उपन्यास 'कटी पतंग' पर आधारित है.

फिल्म से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा है कि 'कटी पतंग' की कहानी एक ऐसी लड़की की है जो कई नाजुक परिस्थितियों में घिरी है. फिल्म के बनने से पहले 'कटी पतंग' उपन्यास बाजार में आ गया और यह उस समय का सबसे ज्यादा बिकने वाला उपन्यास साबित हुआ था. इसके बाद स्क्रिप्ट में ज्यादा बदलाव की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि यह अपने आप में एक मुकम्मल स्क्रिप्ट जैसा था. इसमें बस संगीत और धुनों को पिरोया गया.

फिल्म के लिए जब लीड एक्ट्रेस की तलाश की जा रही थी तो एक विधवा का किरदार निभाने के लिए मुमताज और शर्मिला टैगोर जैसी बड़ी एक्ट्रेस ने इनकार कर दिया. बाद में एक्ट्रेस आशा पारेख इस रोल के लिए हां कर दी. आशा पारेख द्वारा निभाई गई विधवा की भूमिका बहुत चुनौतीपूर्ण थी. इस रोल के लिए आशा पारिख को उस साल के श्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवार्ड मिला.

29 जनवरी 1971 को 'कटी पतंग' रिलीज हुई. फिल्म 1971 की एक बड़ी हिट थी जिसने लगभग चार करोड़ रुपये का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. फिल्म 'कटी पतंग' से एक और एक्ट्रेस का करियर इंडस्ट्री में रफ़्तार पकड़ गया और वो थीं बिंदु. फिल्म में कैबरे सांग 'शब्बो' ने लोगों के दिलों में ऐसी जगह बनाई की लोग बिंदु को आज तक इसी नाम से पुकारते है. 'कटी पतंग' रिलीज हुए 50 साल हो गया हैं लेकिन फिल्म में दिखाया गया होली का गाना आज भी सबसे लोकप्रिय होली सॉन्ग है.


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