नए विवाद में कंगना रनौत, 'दिद्दा' के राइटर ने एक्ट्रेस पर लगाया चोरी का आरोप
कंगना रनौत का नाम अब एक और विवाद से जुड़ गया है.
कंगना रनौत का नाम अब एक और विवाद से जुड़ गया है. कल ही यानि 14 जनवरी के दिन कंगना रनौत ने 'वॉरियर क्वीन ऑफ कश्मीर' के नाम से जानी जानेवाली दिद्दा पर आधारित अपनी नई फिल्म 'मणिकर्णिका रिटर्न्स - द लीजेंड ऑफ दिद्दा' बनाने का ऐलान किया था. मगर इस ऐलान के साथ ही उनकी यह फिल्म विवादों के घेरे में आ गयी है.
2019 में 'दिद्दा - द क्वीन वॉरियर ऑफ कश्मीर' के लेखक और दिद्दा के वंशज आशीष कौल ने कंगना रनौत पर अपनी फिल्म बनाने के लिए उनकी अंग्रेजी में लिखी किताब के कॉपीराइट उल्लंघन का इल्जाम लगाते हुए एबीपी न्यूज़ से इस बारे में विस्तार से बात की.
"तकरीबन 1000 साल पहले कश्मीर के लोहार इलाके में राज करनेवाली रानी दिद्दा के कारनामों से दुनिया अपरिचित थी और मेरी लिखी किताब के जरिये ही 99% लोगों को उनकी वीरगाथाओं के बसरे में पता चला. चूकि मैं दिद्दा का वंशज हूं तो उनपर किताब लिखने के लिए तमाम तरह के सामाग्री मुझे अपनी नानी सौभाग्वती किलम से सीधे तौर पर प्राप्त हुईं. लगभग 6 साल की कड़ी मेहनत रिचर्स के बाद मैं इसे लिखे पाया. मेरी किताब दुनिया किसी के द्वारा दिद्दा पर लिखी गयी गयी एकमात्र और प्रामाणिक व ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित किताब है."
भारत सरकार के तहत इंदिरा गांधी सेंटर फॉर आर्ट्स द्वारा कमीशन्ड एक डॉक्यूमेंट्री सीरिज 'स्त्री देश - फॉरगॉटन वूमेन ऑफ कश्मीर' के लिए उन्होंने दिद्दा पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बनाई है जो बनकर तैयार है और जिसे जल्द ही रिलीज किया जाएगा. आशीष ने 13 कड़ी की इस डॉक्यूमेंट्री सीरीज में 12 अन्य अपरिचित महिलाओं की शौर्य गाथाओं को भी दर्शाया है.
"मैंने अपनी अंग्रेजी में लिखी किताब के हिंदी अनुवाद के लिए प्रस्तावना लिखने की गुजारिश कंगना रनौत से उनको लिखे एक मेल के जरिए की थी. इस मेल में मैंने अपनी दिद्दा की कहानी भी संलग्न की थी. मैंने यह मेल उन्हें 11 सितंबर, 2019 को लिखा था जिसका मुझे अब तक कोई जवाब नहीं मिला. इसके अलावा मेरी किताब के सिलसिले में मैंने कंगना को कई बार ट्वीटर पर टैग भी किया था जिसे आप लोग खुद देख सकते हैं."
"मुझे इस बात से कोई ऐतराज नहीं है कि कोई दिद्दा पर फिल्म बनाये, मगर जब मेरी किताब के अलावा दिद्दा पर कोई सामग्री ही उपलब्ध नहीं है, तो कंगना और उनकी टीम को बताना चाहिए कि आखिर उनकी फिल्म बनाने का आधार और सोर्स क्या है? किसकी कहानी के आधार पर वो फिल्म बना रही हैं?" आशीष ने बताया कि वे खुद ही अपनी किताब की स्क्रिप्ट पर काम कर हैं और इस वक्त कई प्रोडक्शन हाउस से इसे लेकर उनकी बातचीत चल रही है.
क्या किताब के कॉपीराइट के मसले पर कंगना रनौत या फिर फिल्म के निर्माता कमल जैन से उनकी कोई बात हुई है और क्या वे इसे लेकर कानूनी रास्ता अख्तियार करेंगे? एबीपी न्यूज़ के इस सवाल पर आशीष कहते हैं, "मैंने अपना हर विकल्प खुला रखा है. मुझे दिक्कत इस बात से है कि अगर आप ऐतिहासिक तथ्यों पर फिल्म बना रहे हैं तो इसका मतलब यह मेरी किताब पर आधारित है और अगर यह एक काल्पनिक फिल्म है. ऐसे में मुझे क्रेडिट नहीं दिया जाना मेरी तमाम मेहनत और मेरे कॉपीराइट का उल्लंघन है."
गौरतलब है कि इस मसले पर कंगना रनौत का का पक्ष जानने के लिए उनकी टीम और फिल्म के निर्माता कमल जैन से भी संपर्क किया, मगर खबर लिखे जाने तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया था.