बहुभाषीय फ़िल्म RRR में जूनियर एनटीआर के किरदार का फ़र्स्टु लुक जारी

बाहुबली निर्देशक एसएस राजामौली की बहुभाषीय फ़िल्म RRR में जूनियर एनटीआर के किरदार का फ़र्स्टु लुक जारी कर दिया है। एनटीआर के किरदार का नाम भीम है। टीज़र काफ़ी दमदार है और रोंगटे खड़े करने वाला है।

Update: 2020-10-22 11:54 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   बाहुबली निर्देशक एसएस राजामौली कीबहुभाषीय  फ़िल्म RRR में जूनियर एनटीआर के किरदार का फ़र्स्टु लुक जारी कर दिया है। एनटीआर के किरदार का नाम भीम है। टीज़र काफ़ी दमदार है और रोंगटे खड़े करने वाला है।

टीज़र के दृश्यों के माध्यम से भीम के किरदार की असीमित ताक़त और इच्छाशक्ति को प्रदर्शित किया गया है। जंगल की विषम परिस्थितियों में उसे भागते-दौड़ते दिखाया गया है। उसे समंदर को रोकने की क्षमता वाला कहा गया है। टीज़र से फ़िल्म की विहंगमता और विशाल कैनवास का एहसास हो जाता है, जिसके लिए एसएस राजामौली जाने जाते हैं। दृश्यों को शूट करने के लिए वो जिस तरह कैमरा एंगल का इस्तेमाल करते हैं, उससे किरदार लार्जर दैन लाइफ़ होने का आभास देते हैं। फ़िल्म क्रिटिक तरण आदर्श ने हिंदी में डब टीज़र शेयर किया है

आरआरआर का पूरा नाम Roudram Ranam Rudhiram है, जिसमें जूनियर एनटीआर के किरदार का पूरा नाम कोमाराम भीम है। कोमाराम भीम स्वतंत्रता सेनानी थी, जिनके बारे में राजामौली ने बताया था कि उन्होंने पारम्परिक तौर-तरीकों से शिक्षा हासिल नहीं की थी और जवानी में ही अपना गांव छोड़कर चले गये थे। लेकिन, जब वापस आये तो पढ़े-लिखे व्यक्ति थे। उन्होंने आदिवासियों के लिए निज़ाम के शासन के ख़िलाफ़ जंग छेड़ी थी। उन्होंने गुरिल्ला युद्ध शैली अपनायी थी और बाद में अंग्रेज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ लड़ते हुए शहीद हुए थे।

वहीं, निर्देशक राजामौली ने इसे तेलुगु भाषा में साझा किया है, जिसमें मूल रूप से फ़िल्म बनायी गयी है। उन्होंने इसके साथ लिखा- भीम की ताक़त हमारे अपने रामाराजू से बेहतर कौन दिखा सकता है। आप सबके लिए भीम हाज़िर है।

रिपोर्ट्स के अनुसार, टीज़र जूनियर एनटीआर के जन्मदिन के मौक़े पर 20 मई को आने वाला था। राम चरन के जन्मदिन पर उनके किरदार अल्लूरी सीताराम राजू को इंट्रोड्यूस करवाया गया था। मगर, कोविड-19 पैनेडेमिक की वजह से तारक के जन्मदिन पर चूक गये थे। अल्लूरी सीताराम राजू की कहानी भी भीम से मिलती जुलती है। वो भी तेलुगु क्षेत्र के आदिवासी नेता थे, जो अपना गांव छोड़कर चले गये थे और बाद में अंग्रेज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ लड़ाई में शहीद हुए।

असल में फ़िल्म की कहानी एक काल्पनिक सवाल से निकली है कि अगर ये दोनों महान शख़्सियत उस वक़्त मिले होते, जब यह घरों से दूर थे और दोस्त बन जाते तो क्या होता? फ़िल्म की कहानी 1920 के ब्रिटिश भारत में सेट है। फ़िल्म में अजय देवगन और आलिया भट्ट भी अहम किरदारों में दिखेंगे। लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से बन रही फ़िल्म 2021 में रिलीज़ होगी।

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