जावेद अख्तर का 78वां जन्मदिन, कई दिनों तक रहे थे भूखे
लेकिन फिल्मी दुनिया में अपना नाम कमाने के लिए उन्हें कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बॉलीवुड लाइफ की इस रिपोर्ट में पढ़ें जावेद अख्तर की जिंदगी की कहानी।
फिल्म इंडस्ट्री के जाने-मानें गीतकार, स्क्रीन राइटर और कवि जावेद अख्तर (Javed Akhtar) आज अपना 78 वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। जावेद अख्तर ने साहित्य और लेखन की दुनिया में एक बड़ा मुकाम हासिल किया है और यही कारण है कि लोग उनका नाम बड़े ही सम्मान से लेते हैं। हालांकि आज सफलता की उंचाइयों को छूने वाले जावेद अख्तर को भी अपनी जिंदगी में बड़ा से संघर्ष करना पड़ा था। वैसे तो जावेद अख्तर (Javed Akhtar Struggle Story) का जन्म मशहूर शायर जांनिसार अख्तर के घर हुआ था, लेकिन फिल्मी दुनिया में अपना नाम कमाने के लिए उन्हें कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। बॉलीवुड लाइफ की इस रिपोर्ट में पढ़ें जावेद अख्तर की जिंदगी की कहानी।
ग्वालियर में हुआ था जावेद अख्तर (Javed Akhtar) का जन्म
जावेद अख्तर का जन्म 17 जनवरी 1945 में मशहूर शायर जांनिसार अख्तर और लेखिका सफिया अख्तर के घऱ हुआ था। जावेद के पिता के साथ-साथ उनके दादा और परदादा भी शायर थे।
खानदान की परंपरा को रखा जारी
अपने खानदान की तरह ही जावेद अख्तर की भी लेखन में रुचि थी। उन्होंने ग्वालियर, भोपाल और उत्तर प्रदेश के लखनऊ जैसी जगहों पर अपने लेखन का सफर कायम रखा। इसके बाद उन्होंने नाम कमाने के लिए मुंबई का रुख किया।
केवल 27 रुपये लेकर मुंबई पहुंचे थे जावेद अख्तर
शबाना आजमी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जावेद अख्तर महज 19 साल की उम्र में केवल 27 रुपये लेकर मुंबई के सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर उतरे थे।
चार दिनों तक बिना कुछ खाए रहे थे जावेद अख्तर
शुरुआती दिनों में जावेद अख्तर को काफी संघर्ष करना पड़ा था। एक समय ऐसा था कि जावेद अख्तर को चार दिनों तक भूखे पेट ही सोना पड़ा था। इस बात का जिक्र भी खुद शबाना ने एक ट्वीट क जरिए किया था।