हूती विद्रोहियों ने यूएई के जहाज को कब्जे में लिया, कैद किए गए 11 लोगों में 7 भारतीय

वैश्विक एजेंसी ने इस स्थिति को 'मानवीय आपदा' करार दिया है.

Update: 2022-01-12 09:50 GMT

यमन (Yemen) के हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) ने संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) के रवाबी नाम के जहाज को अपने कब्जे में ले लिया है. जिसपर कुल 11 लोग सवार थे. क्रू के इन लोगों में 7 भारत के हैं. इस बात की जानकारी विदेश मंत्रालय ने दी है. विद्रोहियों ने 2 जनवरी को लाल सागर में जहाज पर कब्जा कर लिया था. ये जगह यमन में होदेइदाह बंदरगाह के पास है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बाग्ची ने जानकारी दी कि भारत के सभी लोगों की सुरक्षित रिहाई के लिए भारतीय प्रशासन ने जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिया है.

बाग्ची ने कहा, 'हूतियों द्वारा 2 जनवरी, 2022 को यूएई के जहाज को कब्जे में लिए जाने के मामले में भारत सरकार (Indian Government) करीबी से नजर बनाए हुए है. हम जहाज का संचालन करने वाली कंपनी के संपर्क में हैं और उन्हें बता दिया है कि जहाज पर सवार 11 लोगों में से 7 भारत से हैं. हमें कंपनी और दूसरे स्त्रोतों से जानकारी मिली है कि क्रू के सभी भारतीय सदस्य सुरक्षित हैं. भारत सरकार उन्हें जल्द से जल्द रिहा कराने के लिए सभी प्रयास कर रही है. हम हूतियों से भी चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें तुरंत रिहा करने का आग्रह करते हैं.'
यूएनएससी को लिखी गई चिट्ठी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा कि भारत, यमन में हाल ही में तेज हुई लड़ाई से चिंतित है और इस बात की उम्मीद करता है कि सभी हितधारक मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के लिए बातचीत करेंगे. संयुक्त राष्ट्र में संयुक्त अरब अमीरात की स्थायी प्रतिनिधि लाना नुसीबेह ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) यानी यूएनएससी को एक चिट्ठी भेजी है. जिसमें उन्होंने बताया है कि जहाज में सवार 7 भारतीयों के अलावा 5 क्रू मेंबर इथियोपिया, इंडोनेशिया, म्यांमार और फिलीपींस से हैं.
जहाज पर क्यों कब्जा किया?
यूएई, सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन का हिस्सा है. जो यमन में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार की बहाली के लिए हूती विद्रोहियों से जंग लड़ रहा है. इस संगठन ने यमन के बड़े हिस्से पर कब्जा किया हुआ है. सऊदी नेतृत्व ने जहाज को कब्जे में लिए जाने की घटना की निंदा की है (Houthi Ship UAE). नुसीबेह ने कहा है, हूतियों ने 'अंतर्राष्ट्रीय कानून के मौलिक प्रावधानों' का उल्लंघन किया है. यूएई के दूत के अनुसार, रवाबी एक 'नागरिक मालवाहक जहाज' है, जिसे सऊदी की कंपनी ने पट्टे पर लिया है. यह लाल सागर के अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में था, तभी हूतियों ने इसे अपने कब्जे में ले लिया.
हूती को मिलता है ईरान का साथ
दूसरी तरफ ईरान समर्थित हूती संगठन का कहना है कि उसने ऐसा इसलिए किया क्योंकि जहाज यमन के जलक्षेत्र में था. संगठन ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि उसपर सैन्य हथियार भी थे. यमन संकट (Yemen War) की बात करें, तो सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन और हूतियों के बीच मार्च 2015 से लड़ाई जारी है. संयुक्त राष्ट्र के आंकडे़ बताते हैं कि बीते सात साल में युद्ध के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष परिणामों के कारण करीब 370,000 लोगों की मौत हो गई है. वैश्विक एजेंसी ने इस स्थिति को 'मानवीय आपदा' करार दिया है.
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