'विघ्नहर्ता गणेश' शो में हितांशु निभाएंगे ये किरदार

सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो विघ्नहर्ता गणेश (Vighnaharta Ganesh) को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है

Update: 2021-09-07 10:02 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क|  सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के शो विघ्नहर्ता गणेश (Vighnaharta Ganesh) को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. शाम को इस शो के शुरू होते ही लोग अपनी टीवी स्क्रीन के सामने बैठ जाते हैं. इस शो ने अपने दर्शकों को बार-बार कई खूबसूरत और दिलचस्प पौराणिक कहानियां दिखाई हैं. वर्तमान ट्रैक में जानी-मानी अदाकारा लवीना टंडन 'मीरा बाई' की भूमिका निभाती नजर आ रही हैं. शो में मीरा बाई जल्द ही भगवान कृष्ण से शादी करती नजर आएंगी. शो में सफलतापूर्वक भगवान विष्णु और भगवान जगन्नाथ का चित्रण करने के बाद, अभिनेता हितांशु जिंसी (Hitanshu Jinsi) अब भगवान कृष्ण की भूमिका निभाते नजर आएंगे.

इतने सारे पौराणिक किरदारों को निभाते हुए, इस एक्टर को लगता है कि इसका उनके जीवन पर भी सकारात्मक असर हुआ है. इस बारे में बताते हुए, हितांशु जिंसी ने कहा, "विघ्नहर्ता गणेश जैसे प्रतिष्ठित शो का हिस्सा होने के नाते, मुझे पहले भगवान विष्णु और भगवान जगन्नाथ की भूमिका निभाने का अवसर मिला और अब दर्शक मुझे भगवान कृष्ण के अवतार में देखेंगे. मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं.

दर्शक करेंगे मेरे किरदार को पसंद

उन्होंने आगे कहा कि "भगवान कृष्ण का किरदार निभाना एक सपना सच होने जैसा है. जब मैं भगवान कृष्ण के रूप में आता हूं, तो मुझे बड़ा दिव्य महसूस होता है. एक ऐसा एहसास है, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता. अपने लुक की बात करूं तो मैं मुकुट के साथ अलग-अलग तरह की आभूषण और गहने पहनता हूं. मुझे उम्मीद है कि दर्शक भगवान कृष्ण के मेरे चित्रण को पसंद करेंगे और इस प्रयास की सराहना करेंगे."

आगामी ट्रैक में, मीरा बाई भगवान कृष्ण के लिए प्रार्थना करेंगी और उनसे उनकी शादी के लिए एक परिधान भेजने की विनती करेंगी. वैसे तो कई पुराणों में दावा किया गया कि असल में मीरा बाई की शादी कभी भी भगवान श्रीकृष्ण से नहीं हुई थी. वह सदैव उनकी प्रेमिका बनकर उनके नाम का जप करती रही थीं. अब इस शो में देखना होगा कि मीरा बाई के इस प्रेम कहानी मेकर्स दर्शकों तक किस प्रकार पहुंचाते हैं.

इस मुकाम तक पहुंचने के लिए हितांशु ने कड़ी मेहनत की है. टीवी में फेम हासिल करने से पहले वह अपनी मां और भाई के साथ एक रिफ्यूजी कैंप में रहते थे. उनके पिता का उस समय देहांत हो गया था जब वह 10 साल के थे. वह कश्मीर में रहते थे, लेकिन जब वहां हिंसा हुई तो उन्हें अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और वह जम्मू के एक रिफ्यूजी कैंप में रहे. धीरे-धीरे छोटे-छोटे किरदार निभाकर हितांशु उस मुकाम पर पहुंच गए, जहां से अच्छा कमाकर वह अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर सकते हैं.

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