हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी कार्यभार प्रबंधन पर कहा- मैं अभी कछुआ हूं, खरगोश नहीं
ब्रिजटाउन। भारत के वनडे में कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पांड्या ने अपने गेंदबाजी कार्यभार प्रबंधन को लेकर कहा कि अभी वह इस मामले में ‘कछुआ हैं खरगोश नहीं’ लेकिन अक्टूबर-नवंबर में स्वदेश में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप को ध्यान में रखते हुए वह इसमें तेजी लाना चाहते हैं। पांड्या का हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में गेंदबाज के रूप में कम इस्तेमाल किया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने तीन ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया जबकि दूसरे वनडे में उन्होंने 6.4 ओवर में 38 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
पांड्या ने बारिश से प्रभावित दूसरे वनडे में भारत की छह विकेट से हार के बाद कहा, मेरा शरीर अच्छा है। मुझे अधिक ओवर करने होंगे और विश्वकप को ध्यान में रखते हुए अपना कार्यभार बढ़ाना होगा। मैं अभी खरगोश नहीं, बल्कि कछुआ हूं और उम्मीद कर रहा हूं कि विश्व कप आते-आते सब कुछ ठीक हो जाएगा। भारतीय टीम प्रबंधन का नियमित कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ तथा पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई।
वेस्टइंडीज ने आसानी से लक्ष्य हासिल करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की लेकिन हार्दिक पांड्या का मानना है कि इससे तीसरा और अंतिम मैच अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन गया है। उन्होंने कहा,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो आप तीसरे मैच में 1-1 की बराबरी के साथ जाना चाहते हैं क्योंकि इससे वह अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन जाता है। अब श्रृंखला बराबर है और आगे उनकी भी परीक्षा होगी और हमारी भी। अगला मैच दर्शकों के लिए और हमारे लिए भी रोमांचक बन गया है।