HAPPY B'DAY RAJESH KHANNA: चॉकलेट बॉय का ऐसा था स्टाइल, सेट पर लेट पहुंचकर कह दिया– फिल्म की ऐसी की तैसी, लिंक में जाने कैसा था स्टारडम का दौर
अभिनेता राजेश खन्ना आज किसी पहचान के मोहताज नहीं
बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता राजेश खन्ना आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है. भले ही वो आज हमारे साथ न हो लेकिन उनकी फिल्में उनकी दमदार अदाकारी को वो हमारे साथ हमेशा के लिए छोड़ गए हैं. राजेश खन्ना का आज जन्मदिन है. उनके जैसा स्टारडम अब तक बॉलीवुड में किसी स्टार ने नहीं देखा है. जो अपने आप में एक अलग मुकाम है. राजेश खन्ना का अपना अंदाज उन्हें सबसे अलग बनाता है. जो वाकई बहुत ही कमाल का रहा है. राजेश खन्ना पर यासिर उस्मान ने बहुचर्चित किताब 'द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट सुपरस्टार' लिखी है जिसमें उन्होंने राजेश खन्ना के जीवन के तमाम पहलुओं को उजागर किया था.
राजेश खन्ना की जिंदगी से जुड़ी ये किताब हमें बताती है कि वो अपने आप में एक अलग शख्स थे. जिनकी ठसक और उनके स्टारडम का दौर ही अलग था. जीपी सिप्पी साहब ने सबसे पहले उन्हें एक फिल्म 'राज' दी, जिसमें उनका डबल रोल था. इसके बाद उन्होंने चेतन आनंद की 'आखिरी खत' साइन की. लेकिन 'आखिरी खत' पहले रिलीज हुई और बुरी तरह से फ्लॉप हो गई. राजेश खन्ना के बारे में मशहूर था कि वो अहंकारी थे और सेट पर हमेशा लेट आते थे."
जिस दिन फिल्म की शूटिंग थी, उस दिन राजेश खन्ना को सेट पर आठ बजे बुलाया गया था. राजेश खन्ना अपने अंदाज के अलग आदमी थे वो अपने टाइम 11 बजे ही आए. सब लोग देख रहे थे कि ये तो नया लड़का है. उनका ये पहला शूट है तो ये ऐसा कैसे कर सकता है. कुछ लोगों ने उन्हें घूरकर भी देखा. एक्टर को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा. फिल्म से जुड़े सभी लोग सेट पर उनके बरताव के बारे में बाते करने लगे. उसी दौरान सीनियर टेक्नीशियंस ने गुस्से में उन्हें कुछ कह भी दिया और बताया कि समय पर आना सीखो पहले..जिसके जवाब में राजेश खन्ना ने कहा "देखिए एक्टिंग और करियर की ऐसी की तैसी. मैं किसी भी चीज के लिए अपना लाइफस्टाइल नहीं बदलूंगा."
राजेश खन्ना की ये बात और उनकी ये सोच देखकर सभी हैरान रह गए. सेट पर खामोशी सी छा गई सभी ने ये बात सुनकर एक ही बात कही इस सोच के साथ आदमी या तो बहुत ऊपर जाता है या बहुत नीचे जाता है.
स्टारडम का दौर
राजेश खन्ना का दौर बहुत अलग सा ही था जिसमें लड़कियां मेकअप करके फिल्म देखने जाना पसंद करती थी. कुछ तो फिल्मों को देखने से पहले ब्यूटी पार्लर जाकर, अच्छे कपडे पहनकर जाया करती थीं. जब फिल्म के दौरान राजेश कभी पर्दे की तरफ से पलकें झपका रहे हैं या सिर झटक रहे हैं या मुस्करा रहे हैं होते तो लड़कियां सोचती थी के ये सब वो उनके लिए कर रहे हैं. वाकई ऐसा स्टारडम किसी ने अब तक नहीं देखा है.
भले ही एक्टर आज हमारे साथ नहीं है लेकिन उनके जिंदगी से जुड़े तमाम किस्से हमारे साथ हमेशा रहेंगे. काका आप अमर हैं, हमेशा के लिए हमारे दिलों में….:)