नई दिल्ली: फेमस पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला भले ही हमेशा के लिए इस दुनिया से रुख्सत हो गए हैं. लेकिन अपने चाहनेवालों के दिलों में वो हमेशा जिंदा रहेंगे. सिद्धू मूसेवाला की याद में आज अंतिम अरदास रखी गई. मूसेवाला की अरदास में उनके पिता बलकौर सिंह काफी इमोशनल नजर आए और उन्होंने नम आंखों से अपने बेटे को याद किया.
सिद्धू मूसेवाला के पिता ने अपने लाडले बेटे के अंतिम अरदास के बाद कहा- मेरा बेटा एक साधारण सीधा-सादा बच्चा था. मेरे बेटे ने स्कूल जाने के लिए दूसरी क्लास से 12वीं तक रोजाना 24 किलोमीटर साइकिल चलाई, क्योंकि गांव से बस नहीं जाती थी. मेरे पास कोई ज्यादा जमीन भी नहीं थी और मेरे पास पैसा भी नहीं था. लेकिन उनसे अपनी मेहनत से सब कुछ हासिल किया.
सिंगर के पिता ने आगे कहा- मेरे बेटे ने जेब में कभी पर्स नहीं रखा था, जब भी पैसे की जरूरत होती थी तो मुझसे मांगता था. लेकिन पता नहीं कितनी मनहूस 29 तारीख आई. बता दें कि 29 मई को ही मूसेवाला पर 30 राउंड फायरिंग करके उनकी बेरहमी से हत्या की गई थी. ये दिन सिद्धू मूसेवाला के परिवार और फैंस के लिए हमेशा एक मनहूस और काला दिन रहेगा.
सिद्धू मूसेवाला पर जिस दिन हमला हुआ था उस दिन सिंगर के पिता भी उनके साथ जाना चाहते थे. इस बारे में जानकारी देते हुए मूसेवाला के पिता ने कहा- मैं भी उसके साथ जाना चाहता था, लेकिन मुझे वो साथ लेकर नहीं गया. उसने मुझसे कहा कि आप खेत से आये हो आराम करो.