Atal Bihari Vajpayee Biopic: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की बायोपिक का ऐलान हुआ, रिलीज कब होगी? जानें
नई दिल्ली: इंडियन सिनेमा में अब तक कई स्पोर्ट्स पर्सन, लेजेंड्स और राजनेताओं पर बायोपिक बन चुकी है. अब देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जिंदगी पर बायोपिक बनने जा रही है. प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने फिल्म का पोस्टर शेयर कर इस बायोपिक की अनाउंसमेंट की है. वहीं ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने भी पोस्टर शेयर कर फिल्म की डिटेल्स दी है.
संदीप सिंह ने इंस्टाग्राम पर लिखा- 'अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय इतिहास के महानतम नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने शब्दों से दुश्मनों का दिल जीत लिया, जिन्होंने सकारात्मक रूप से देश का नेतृत्व किया और प्रगतिशील भारत का नक्शा तैयार किया. एक फिल्म निर्माता होने के नाते, मुझे लगता है कि सिनेमा ऐसी अनकही कहानियों को बताने का सबसे बेस्ट सूत्र है, जो ना सिर्फ उनकी राजनीतिक विचारधाओं को उजागर करेगा बल्कि उनके मानवीय पहलुओं और पोएटिक पहलू को भी. जिस कारण वे विपक्ष के सबसे प्रिय और देश के सबसे प्रगतिशील प्रधानमंत्री बने.'
तरण आदर्श ने फिल्म के टाइटल का खुलासा किया है. उनके मुताबिक 'मैं रहूं या ना रहूं ये देश रहना चाहिए-अटल' नाम पर बन रही फिल्म की कहानी लेखक एनपी उल्लेख द्वारा लिखी किताब 'द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिकल एंड पैराडॉक्स' का रूपांतरण होगी. 2023 में फिल्म बनने की प्रक्रिया आरंभ होगी और इसे अटल बिहारी वाजपेयी के 99वें जयंती यानी क्रिसमस 2023 पर रिलीज कर दिया जाएगा.
फिल्म को विनोद भानुशाली, संदीप सिंह, सैम खान, विशाल गुरनानी और कमलेश भानुशाली प्रोड्यूस कर रहे हैं. वहीं जूही पारेख, जीशान अहमद और शिव वर्मा इसके सह-निर्माता हैं. फिलहाल, फिल्म के डायरेक्टर और कास्ट का अभी खुलासा नहीं हुआ है.
फिल्म में अटल जी के बचपन से लेकर राजनेता बनने तक की कहानी देखने को मिलेगी. ऐसी कई बातें और वाकये हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं. अब उन किस्सों और कहानियों को फिल्म में समेटकर बड़े पर्दे पर दिखाया जाएगा. अटल बिहारी बाजपेयी भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारतीय जन संघ (BJS) के संस्थापक थे. वे एक जाने-माने कवि और लेखक भी थे. सालों तक देश की सेवा करने के बाद 16 अगस्त 2018 को 93 की उम्र में अटल बिहारी बाजपेयी ने दुनिया को अलविदा कह दिया था.