कमीडियन सुनील पाल के खिलाफ FIR दर्ज, जानें पूरा मामला
उन्हें इन बातों से दुखी नहीं होना चाहिए। मुझे अभी तक पुलिस से इस बाबत कोई नोटिस नहीं मिला है।'
कमीडियन सुनील पाल (Sunil Pal) के खिलाफ मुंबई में मानहानि का मामला दर्ज किया गया है। कुछ समय पहले सुनील पाल ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो में कोरोना काल में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। कमीडियन ने कहा था कि '90 परसेंट डॉक्टर राक्षस हैं और वह मरीजों को डरा रहे हैं।' हालांकि, बाद में कमीडियन ने इस पर माफी भी मांग ली थी। लेकिन अब मुंबई की अंधेरी पुलिस ने उनके खिलाफ FIR दर्ज (FIR Against Sunil Pal) कर ली है।
डॉक्टर की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर
अपने वीडियो में सुनील पाल ने डॉक्टरों की तुलना राक्षस से करने के साथ ही यह भी कहा था कि 'अधिकतर डॉक्टर चोर हैं' और वह गरीब मरीजों का खयाल नहीं रखते। अंधेरी पुलिस ने डॉ. सुष्मिता भटनागर की शिकायत पर मंगलवार को एफआईआर दर्ज की है। डॉ. सुष्मिता भटगनागर (55), एसोसिएशन ऑफ मेडिकल कंसल्टेंट्स (मुंबई) की प्रेसिडेंट हैं।
मैंने ईमानदार डॉक्टरों के लिए ये नहीं कहा: सुनील पाल
दूसरी ओर, एफआईआर दर्ज होने के बाद सुनील पाल ने ETimes से कहा, 'मैंने अपने वायरल वीडियो पर बाद में माफी मांगी थी। यदि किसी को वीडियो में कही गई बातों से चोट लगी है तो मैं फिर से माफी मांगता हूं। लेकिन मैं अभी भी अपनी टिप्पणियों पर कायम हूं, क्योंकि डॉक्टरों को भगवान माना जाता था। हालांकि, इस मुश्किल दौर में गरीब लोगों को सताया जा रहा है। मैंने वीडियो में यही कहा कि 90% डॉक्टरों ने राक्षसों के कपड़े पहने हैं और बाकी अभी भी 10% डॉक्टर हैं जो लोगों की सेवा करने के लिए अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। जो डॉक्टर ईमानदारी से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें इन बातों से दुखी नहीं होना चाहिए। मुझे अभी तक पुलिस से इस बाबत कोई नोटिस नहीं मिला है।'