Filmmaker रंजीत पर न्यूड तस्वीरें लेने का आरोप,मोहनलाल ने तोड़ा मौन

Update: 2024-09-01 09:39 GMT

Mumbai.मुंबई: साउथ फिल्म इंडस्ट्री इस वक्त खबरों के बाजार में एक हॉट टॉपिक बनी हुई है। आए दिन किसी ना किसी बड़े चेहरे का नाम यौन शोषण के मामले में सामने आ जाता है। इस मामले में फंसे फिल्ममेकर रंजीत सबसे गर्म मुद्दा है। फिल्ममेकर पर ना सिर्फ एक्ट्रेस बल्कि एक शख्स ने भी बिना कपड़ो के फोटोज लेने का आरोप लगाया है। इस बीच बीते दिन यानी शनिवार को अभिनेता मोहनलाल ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कथित यौन शोषण पर जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट पर चुप्पी तोड़ी है। मोहनलाल का कहना है कि दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए। आइए जानते हैं कि मोहनलाल का और क्या कहना है?

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बीते दिन यानी शनिवार 31 अगस्त को केरल पुलिस ने फिल्म निर्देशक रंजीत के खिलाफ यौन शोषण का दूसरा मामला दर्ज किया है। बता दें कि रंजीत पर हाल ही में बंगाली अभिनेत्री श्रीलेखा मित्रा ने यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी। मित्रा के बाद एक शख्स ने रंजीत पर यौन शोषण का दूसरा मामला दर्ज करवाया। अपनी शिकायत करते हुए शख्स ने आरोप लगाया कि साल 2012 में फिल्ममेकर रंजीत ने उसे होटल में बुलाया था। होटल के कमरे में रंजीत ने शख्स को कपड़े उतारने के लिए कहा और कहा कि फिल्ममेकर ने उनकी न्यूड फोटोज ली। इतना ही नहीं बल्कि कथित तौर पर रंजीत ने एक मलयालम अभिनेत्री को तस्वीरें भेजीं।  बीते शुक्रवार को उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 377 (अननेचुरल ऑफेंस) और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) अधिनियम की धारा 66 ई (गोपनीयता के उल्लंघन के लिए सजा) के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है। इस बीच सत्ता पक्ष ने मुकेश को लेकर कहा कि सिर्फ इसलिए कि मुकेश के
खिलाफ
रेप की शिकायत दर्ज की गई है, उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए या हटाया नहीं जाना चाहिए। सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने पूछा कि अगर विधायक नैतिक आधार पर इस्तीफा देते हैं, तो निर्दोष साबित होने पर क्या उन्हें वापस लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि मुकेश को फिल्म निर्माण नीति समिति का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
फिल्म इंडस्ट्री के सबसे बड़े सितारों में से एक मोहनलाल, जिन्होंने एएमएमए (मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन) के कुछ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था, अब उनका कहना है कि इस सबके लिए पूरी फिल्म इंडस्ट्री जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि मलयालम सिनेमा एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है, जहां हजारों लोग काम करते हैं। इन सभी मुद्दों के लिए अकेले एक संगठन को सूली पर चढ़ाना सही नहीं है। मोहनलाल ने आगे कहा कि वह कभी भी अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भागे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह मीडिया के सामने नहीं आ सके क्योंकि वह पर्सनली और प्रोफेशनल चीजों की वजह से राज्य से दूर थे। इसके आगे मोहनलाल ने कहा कि वह इंडस्ट्री में किसी भी शक्तिशाली समूह का हिस्सा नहीं थे। अभिनेता ने कहा कि मैं मलयालम सिनेमा में किसी पावर ग्रुप का हिस्सा नहीं हूं और ऐसे किसी ग्रुप के बारे में भी नहीं जानता हूं।
मैंने इसके बारे में पहली बार सुना है। इस बीच फिल्म एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ केरल (एफईएफकेए) ने साफ कर दिया कि वह अपने आरोपी सदस्यों को प्रोटेक्ट नहीं करेगा। FEFKA ने कहा कि अगर संगठन को ऐसी किसी शिकायत के बारे में पता चलता है तो वह खुद इसकी जानकारी पुलिस को सौंप देगी। उनका कहना है कि अगर हमारे किसी सदस्य के खिलाफ सिर्फ एफआईआर दर्ज की जाती है तो हम तत्काल कोई कार्रवाई नहीं करेंगे, लेकिन अगर पुलिस बाद में कोई रिपोर्ट दर्ज करती है और अदालत उस व्यक्ति के खिलाफ कोई फैसला करती है या उसे गिरफ्तार किया जाता है, तो उस व्यक्ति को सस्पेंड कर दिया जाएगा। हाल ही में अभिनेत्री राधिका सरथकुमार ने भी दावा किया कि एक मलयालम फिल्म की शूटिंग सेट पर वेनेटी के अंदर छिपे कैमरों को यूज करके महिला कलाकारों के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए गए हैं। एक्ट्रेस का कहना है कि उन्होंने पुरुष अभिनेताओं को अपने मोबाइल फोन पर ऐसे वीडियो देखते देखा है, वो लोग वेनेटी में कपड़े बदलती महिलाओं के वीडियो देखते हैं।जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद इस मामले में एक दो नहीं बल्कि कई बड़े नाम सामने आए हैं, जिसमें रंजीत, मोहनलाल, जयसूर्या जैसे कई और बड़े नाम शामिल हैं।
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