फाल्गुनी पाठक ने नेहा कक्कड़ को दी नसीहत! बताया 'ओ सजना' के रीमेक में कहां हुई चूक

प्रति जुनूनी होना चाहिए और पूरे दिल से गाने पर काम करना चाहिए।

Update: 2022-09-26 05:34 GMT

फाल्गुनी पाठक और नेहा कक्कड़ के बीच छिड़ी जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। दोनों अभी भी एक-दूसरे का नाम लिए बिना टीका-टिप्पणी कर रही हैं। ये पूरा विवाद फाल्गुनी के 90 के दशक के गाने 'मैंने पायल है छनकाई... ओ सजना' से जुड़ा है, जिसे नेहा ने हाल ही में रीमेक किया है। सोशल मीडिया पर गाने को लेकर खूब चर्चा हो रही है। नेटिजन्स नेहा की बुराई कर रहे हैं और फाल्गुनी की तारीफ। इन सबके बीच फाल्गुनी ने अपने उन पोस्ट के बारे में बात की, जो नेहा को लेकर है। उन्होंने बताया कि सिंगर्स को रीमेक बनाते समय किस चीज का ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही फाल्गुनी ने इस बात का अफसोस भी जताया है कि उनके पास गाने के कॉपी राइट्स नहीं हैं। क्योंकि अगर उनके पास अधिकार होता तो वो लीगल एक्शन जरूर लेतीं।


दरअसल, फाल्गुनी पाठक (Falguni Pathak) ने इंस्टाग्राम पर उन पोस्ट को शेयर किया है, जिसमें नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) को 'मैने पायल है छनकाई... ओ सजना' गाने के खराब रीमेक के लिए खरी-खोटी सुनाई जा रही है। लोगों को गाने का ये वर्जन बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रहा है। वो नेहा से मिन्नतें कर रहे हैं कि 90 के दशक के आइकॉनिक गानों को बर्बाद न करें, क्योंकि इन गानों से उनकी यादें जुड़ी हुई हैं।

इन सबके बीच फाल्गुनी पाठक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये पोस्ट शेयर करना शुरू कर दिया, जिससे फैंस ने अंदाजा लगाया कि फाल्गुनी को भी नेहा का गाना बिल्कुल पसंद नहीं आया है। उन्होंने कहा, 'मैं और क्या कर सकती थी? मैं लीगल एक्शन नहीं ले सकी।' सिंगर ने ये भी कहा, 'मैं ये देखकर बहुत खुश हुई कि इतने सारे लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि उन्हें मेरे म्यूजिक से प्यार है और उन्हें ये (नेहा कक्कड़) वर्जन (O Sajna Controversy) पसंद नहीं आया है।'

'जब खुद पर गुजरती है...'
फाल्गुनी पाठक ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि अगर वो कर सकतीं तो कानूनी रास्ता अपनातीं। उन्होंने बताया कि उस जमाने में वो म्यूजिक राइट्स के महत्व के बारे में ज्यादा नहीं जानती थीं, जो इस तरह के म्यूजिक के रिक्रिएशन पर रोक लगा सकता था। वो कहती हैं, 'काश मैं तब जागरुक होती। जब खुद पर गुजरती है, तब पता चलता है। मुझे खेद है कि मुझे इसके बारे में पता नहीं था, नहीं तो मैं निश्चित रूप से इसके बारे में कुछ करती।'

फाल्गुनी ने रीमेक बनाने वालों की दी नसीहत


52 साल की फाल्गुनी पाठक ने नसीहत देते हुए कहा कि वो रिक्रिएशन के आइडिया के खिलाफ नहीं हैं। हालांकि, उनका मानना है कि जो कोई भी रिक्रिएटेड वर्जन पर काम करता है, उसे गाने की सफलता के बारे में सोचने की बजाय म्यूजिक के प्रति जुनूनी होना चाहिए और पूरे दिल से गाने पर काम करना चाहिए।


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