दलेर मेंहदी जैसलमेर की परंपरा के हुए कायल, हर साल आने का किया वादा
पंजाबी संगीत के सम्राट दलेर मेहंदी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| पंजाबी संगीत (Punjabi Music) के सम्राट दलेर मेहंदी (Daler Mehndi) अपने परिवार के साथ इन दिनों जैसलमेर (Jaisalmer) आए हुए हैं. पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने लोक कलाकार मामे खान (mame Khan) की बेटी रईशा खान (Raisha Khan) की शादी के मौके पर अपना राजस्थानी सांग 'आओ जी' (Aao Ji) रिलीज किया है
दलेर मेंहदी ने बताया कि 'आओ जी' गाना उन्होंने खुद ने लिखा है, और उन्होंने ही इसे कंपोज भी किया है. पंजाबी गायक दलेर मेहंदी अपने परिवार के साथ जैसलमेर जिले के सत्ता गांव के निवासी अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार व इंडियन प्लेबैक सिंगर मामे खान (Mame khan) की बेटी की रईशा खान (Raisha Khan) की शादी में भाग लेने के लिए आए हुए हैं.
स्थानीय पटवों की हवेली व सोनार दुर्ग (sonar fort) का भ्रमण किया साथ ही जैसलमेर (Jaisalmer) की स्थापत्य कला की तारीफ की. अपने चहेते सिंगर दलेर मेहंदी Daler (Mehndi) के आने की खबर से उनके प्रशंसक उनकी एक झलक देखने व उनके साथ फोटो खिंचवाने के लिए उमड़ पड़े. मेहंदी ने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया तथा उनके साथ जमकर फोटो खिंचवाए. इस दौरान उन्होंने अपने चेहरे पर मास्क लगाकर कोरोना से बचाव का संदेश भी दिया.
दलेर मेंहदी जैसलमेर की परंपरा के हुए कायल
ज़ी राजस्थान (Zee Rajasthan) के साथ विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि मैं पहली बार जैसलमेर आया हूं, जैसलमेर एक शांत व सुकून वाली जगह है. आज के भागदौड़ भरे जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को तनाव मुक्त होने के लिए एक बार जैसलमेर जरूर आना चाहिए. यहां गांवों में दूर-दूर ढ़ाणियों में लोग निवास करते हैं.
यहां के लोग जीते हैं राजा की जिंदगी
मेंहदी ने कहा कि उनके पास सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं हैं न लाइट न पानी लेकिन फिर भी वे हमेशा एक मुस्कान चेहरे पर लिए नज़र आते हैं. कुछ न होते हुए भी राजा की तरह ज़िंदगी जीने की सीख देते हैं, जैसलमेर के वासी. यहां खूहड़ी व सत्तों गांव देखा, जहां कहते हैं कि क्राइम न के बराबर है. इसलिए यहां एक बार सबको जरूर आना चाहिए.
इंडिया के गोल्ड मेडल जीतने पर जताई खुशी
उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी यहां की प्रतिभाओं द्वारा विश्व स्तर पर पहचान बनाना अपने आप में बड़ी बात है. इसी के साथ इंडिया के गोल्ड मेडल (Olympic Gold Medal) जीतने पर भी खुशी जाहिर की और सबको बधाइयां दी. उन्होने अंत में कहा की मेरी कोशिश है कि मैं हर साल जैसलमेर आऊं, सिर्फ आराम और सुकून के लिए.