कोरोना ने छीना पिता का साया, तो नेपाली लड़की के लिए ''मसीहा'' बनकर आगे आए सोनू सूद

उनके परिवार ने एक्टर का आभार जताया और बताया कि अब तृप्ति अपने सपनों पर फोक्स कर रही है।

Update: 2022-05-07 04:16 GMT

एक्टर सोनू सूद न सिर्फ फिल्मों में अपने काम के लिए जाने जाते हैं, बल्कि उससे कहीं ज्यादा वह अपनी नेकदिली को लेकर पूजे भी जाते हैं। कोरोना काल में जिस तरह उन्होंने लोगों की मदद की, उससे वह लोगों के मसीहा बनकर उभरे। हालांकि, अब भी उनकी मदद का ये सिलसिला लगातार जारी है। हाल ही में सोनू सूद ने नेपाल की रहने वाली तृप्ति मुस्कान कर्ण की मदद कर उसे जिंदगी जीने की नई आस दी, जिसके बाद वह लड़की एक्टर का शुक्रिया अदा करती नहीं थक रही।






 




 


दरअसल, बिहार नेपाल सीमा के रक्सौल से सटे पर्सा जिला के बीरगंज महानगरपालिका में रहने वाली तृप्ति मुस्कान कर्ण के पिता की कोरोना के चलते मौत हो गई थी। तृप्ति के घर में उसके सबकी जरूरतें पूरी करने वाले इंसान थे।तृप्ति का एक बड़ा भाई उज्वल कर्ण मानसिक रूप से बीमार है। पिता के जाने के बाद उनकी मां दोनों बबिता कर्ण गुहानी जैसे कैसे करके घर को चलाती हैं। तृप्ति का घर भी बैंक के कर्ज में है। बैंक उन्हें उनके द्वारा लिए कर्ज के लिए परेशान कर रहा है। ऐसे में सोनू सूद इस लड़की के लिए मसीहा बनकर आगे आए और उसकी शिक्षा का पूरा जिम्मा लिया। सोनू ने तृप्ति की मैट्रिक तक की पढ़ाई के लिए स्कूल में फीस जमा करवा दी है।
मुस्कान के किसी रिश्तेदार ने सोशल मीडिया पर सोनू सूद से उनके लिए मदद मांगी, जिसके बाद एक्टर ने तृप्ति की पढ़ाई में मदद करने का वादा भी किया और नेपाली सहयोगी संस्थान के माध्यम से मैट्रिक के स्कूल खर्च का भुगतान भी किया।
सोनू सूद से मदद मिलने के बाद तृप्ति और उनके परिवार ने एक्टर का आभार जताया और बताया कि अब तृप्ति अपने सपनों पर फोक्स कर रही है।


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