Birthday Special : नीरज वोरा के जन्मदिन पर जानें उनसे जुड़ी खास बातें

अपने कॉलेज के समय से ही नीरज वोरा ने प्रोफेशनल काम की शुरुआत एक एक्टर के तौर पर शुरू कर दी थी. उन्होंने पहला काम 1984 में आई केतन मेहता की फिल्म 'होली' में किया था.

Update: 2022-01-22 02:03 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नीरज वोरा (Neeraj Vora) बॉलीवुड के उन सेलेब्स में से एक थे जिन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अलग-अलग विधा में काम करके खूब नाम कमाया. उन्होंने एक स्क्रिप्ट राइटर और फिर एक्टर और अंतिम समय में एक बेहतरीन डायरेक्टर (Bollywood Director) की उपाधि भी प्राप्त की. एक संगीत परिवार से ताल्लुक रखने वाले नीरज बचपन से ही उसी माहौल में पले बढ़े. बड़े होते ही रंगमंच से जुड़ गए. वहां उन्होंने अपने संगीत का हुनर दिखाया. रंगमंच की दुनिया में कहानियां लिखते और उसे निर्देशित करते लेकिन अचानक से उन्हें अभिनय करने का भी मौका मिल गया और इस क्षेत्र में भी उन्होंने अपने हुनर से लोगों को वाकिफ कराया. लोग उन्हें आमिर खान की फिल्म 'रंगीला' (Rangeela) में निभाए किरदार के लिए जाना जाता है लेकिन उन्होंने कई सुपरहिट फिल्में लिखी और निर्देशित भी की.

नीरज के पिता थे क्लासिकल म्यूजिशियन
नीरज वोरा का जन्म 22 जनवरी 1963 को भुज में एक गुजराती परिवार में हुआ था लेकिन एओ बड़े हुए सांताक्रूज में. उनके पिता पंडित विनायक राय नानालाल वोरा एक क्लासिकल म्यूजिशियन थे. उनके पिता तार-शहनाई की वजह से बहुत पॉपुलर थे. वोरा 6 साल की उम्र से थिएटर से जुड़ गए थे. बाद में उनके पिता उन्हें सपोर्ट करने लगे. जिससे उन्होंने अपने पैशन को फॉलो किया. नीरज वोरा के स्कूल के बहुत से लड़के उनके पिता से संगीत सीखते थे. नीरज भी उन्हें सिखाते थे कि कैसे बॉलीवुड गाने पर हारमोनियम बजाते हैं. वो अपने स्कूल में बहुत पॉपुलर थे.
कॉलेज टाइम से ही शुरू कर दिया था काम
अपने कॉलेज के समय से ही नीरज वोरा ने प्रोफेशनल काम की शुरुआत एक एक्टर के तौर पर शुरू कर दी थी. उन्होंने पहला काम 1984 में आई केतन मेहता की फिल्म 'होली' में काम करके की थी. इस फिल्म में उनके साथ आमिर खान, ओम पुरी और नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार थे. इसके बाद उन्हें रंगीला फिल्म में अभिनय करने का मौका मिला. उस फिल्म की स्क्रिप्ट नीरज वोरा ने ही लिखी थी. एक्टर की गैरहाजिरी में नीरज को काम करने का।मौका मिला और उन्होंने क्या खूब काम किया. इसी काम को देखकर उन्हें अनिल कपूर और प्रियदर्शन ने फिल्म 'विरासत' के लिए उन्हें अप्रोच किया.
लेखन के बाद निर्देशन भी आजमाया हाथ
एक्टिंग और लेखन में नीरज पहले से सक्रिय थे लेकिन उन्होंने अक्षय कुमार की 'खिलाड़ी 420' से उन्होंने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा हालांकि ये फिल्म बहुत नहीं चली. उन्होंने फिल्मों को लिखने का सिलसिला जारी रखा. फिरोज नाडियाडवाला की फिल्में 'आवारा पागल दीवाना' और 'दीवाने हुए पागल' लिखने के बाद 'फिर हेरा फेरी' के लिए साथ काम किया लेकिन सतीश कौशिक की जगह नीरज को इस फिल्म के निर्देशन की जिम्मेदारी मिली.
अपने अलग अंदाज के कारण बने सबके चहेते
नीरज ने कई फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखी और 5 फिल्मों का निर्देशन भी किया लेकिन उन्हें असली पहचान उनके अभिनय से ही मिली. वो अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए जाने जाते थे. रोल चाहे जितना भी बड़ा उनका अंदाज लोगों को बहुत पसंद आता था. उन्होंने 'विरासत', 'सत्या', 'मन', 'बादशाह', 'हेलो ब्रदर', 'धड़कन', 'कंपनी', 'बोल बच्चन' और 'वेलकम बैक' जैसी फिल्मों में काम किया. एक लंबी बीमारी की वजह से नीरज वोरा 14 दिसंबर 2017 को 54 साल की उम्र में इस दुनिया को छोड़ कर चले गए.


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