Bigg Boss 15: देवोलीना को मारने दौड़े अभिजीत, प्रतीक से बोले- अगर एक बाप की औलाद है तो…
देवोलीना चिल्लाते हुए अभिजीत से कहती हैं कि ये तेरे संस्कार हैं?
बिग बॉस 15 (Bigg Boss 15) अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका है और बस इस शो के फिनाले को कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में शो में कभी खेल को लेकर तो कभी निजी कारणों से लड़ाइयां देखने को मिल रही हैं. बिग बॉस 15 के आगामी एपिसोड में दर्शकों को अभिजीत बिचकुले (Abhijeet Bichukale) का हिंसक रूप देखने को मिलने वाला है. इससे पहले के एपिसोड्स में हम सभी ये देख चुके हैं कि वह देवोलीना भट्टाचार्य (Abhijeet Bhattacharjee) को लेकर कितने ओब्सेस्ड हैं. देवोलीना और प्रतीक (Pratik Sehajpal) काफी अच्छे दोस्त हैं और साथ में एक अच्छा बॉन्ड शेयर करते हैं, जो अभिजीत बिचुकले को रास नहीं आता है.
कलर्स चैनल ने आगामी एपिसोड का एक प्रोमो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें अभिजीत और देवोलीना के बीच बहुत ही भयानक लड़ाई होते हुए दिखाई गई है. ये लड़ाई तब शुरू होती है, जब अभिजीत ये कंफेस करते हैं कि उन्हें प्रतीक और देवोलीना की नजदीकियां पसंद नहीं है और जब देवोलानी उन्हें छूती है तो उन्हें बहुत अच्छा लगता है.
प्रतीक और अभिजीत के बीच हुई हिंसक लड़ाई
अभिजीत, प्रतीक को लड़ाई के लिए उकसाते हुए नजर आते हैं. वह प्रतीक से कहते हैं कि ये आदमी है वो, दरिंदा. प्रतीक, अभिजीत की इन बातों पर भड़क जाते हैं और उनसे कहते हैं कि मैं तुम्हें मुंह पर घूंसा मार दूंगा. इतने में ही अभिजीत अपना माइक हवा में उड़ा देते हैं. अपने कमीज निकालकर वह प्रतीक को चेतावनी देते हैं कि अगर एक बाप की औलाद है तो मार मुझे.
इसके बाद अभिजीत और देवोलीना आपस में भिड़ जाते हैं. देवोलीना उनपर आरोप लगाती हैं और पूछती हैं कि एक आदमी का बेटा कौन है? अभिजीत उनके सामने अपनी सफाई पेश करने की कोशिश करते हैं और कहते हैं कि ये सब प्रतीक ने शुरू किया, लेकिन वह उससे कुछ नहीं कहेगी और अभिजीत देवोलीना को 'बीच की बंदरिया' कह देते हैं. देवोलीना इस पर आअपना जावब देती हैं कि तेरे को तो कूटना ही चाहिए, तू होगा बीच का बंदर.
ये बहसबाजी कुछ ही देर में हिंसक झड़प में बदल जाती है. प्रतीक और देवोलीना, अभिजीत को मारने के लिए आगे बढ़ते हैं, तब उमर देवोलीना को रोक लेते हैं और प्रतीक का रास्ता रश्मि रोक देती हैं. इसी बीच देवोलीना चिल्लाते हुए अभिजीत से कहती हैं कि ये तेरे संस्कार हैं?