आर्यन खान मामले में बिग अपडेट, लापता किरण गोसावी बोले - सच बताऊंगा, करने जा रहा हूँ सरेंडर

Update: 2021-10-25 14:54 GMT

मुंबई के आर्यन खान ड्रग्स मामले में गवाह बनाए जाने के बाद से लापता हुए किरण गोसावी ने दावा किया है कि वह जल्द ही लखनऊ में सरेंडर करने जा रहा है. गोसावी पर उसके बॉडीगार्ड प्रभाकर सेल ने करोड़ों रुपये की डील करने जैसे सनसनीखेज आरोप लगाए थे. ड्रग्स मामले के सामने आने के बाद से ही वह चर्चा में बना हुआ था. शुरुआती समय में उसकी आर्यन खान के साथ एक सेल्फी भी वायरल हुई थी. 'आजतक/इंडिया टुडे' को बताया है कि वह महाराष्ट्र पुलिस के सामने सरेंडर करना चाहता था, लेकिन वर्तमान समय में चल रही चीजों के चलते वह छिपा हुआ था. किरण गोसावी ने मैसेज के जरिए बताया, ''मैं खुद को महाराष्ट्र पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करना चाहता हूं, लेकिन इस राजनीतिक मुद्दों के कारण मैं खुद को छिपा रहा था. मैं क्रूज पार्टी ड्रग मामले के बारे में सच बताना चाहता हूं. मुझे किसी ने बताया था कि मुझे मेरे पुणे मामले में गिरफ्तार करने के बाद बुरी तरह से टॉर्चर किया जाएगा.''

किरण गोसावी ने आजतक/इंडिया टुडे से बातचीत में आगे बताया, ''मैं 15 मिनट में सरेंडर करने जा रहा हूं. महाराष्ट्र में मेरी जान को खतरा है, इस वजह से लखनऊ में सरेंडर कर दूंगा. मुझे लगातार धमकी भरे फोन आ रहे हैं.'' वहीं, बॉडीगार्ड प्रभाकर सेल द्वारा लगाए गए पैसे लेने के आरोपों को खारिज करते हुए गोसावी ने कहा कि अगर उसने आरोप लगाए हैं तो उसके पास सबूत भी होंगे. वह उन सबूतों को सामने रखे. मैंने कोई भी पैसे नहीं लिए हैं. गोसावी ने कहा कि वह अब तक खुद को बचाने के लिए छिप रहा था, लेकिन अब आज वह सरेंडर कर देगा.

आर्यन ड्रग्स मामले में बीते दिन उस समय नया मोड़ आ गया था, जब किरण गोसावी का बॉडीगार्ड प्रभाकर सेल ने सनसनीखेज दावा किया था. उसने हलफनामे में बताया था कि गोसावी ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी, जिसके बाद 18 करोड़ पर सहमति बनी थी. इसमें से आठ करोड़ रुपये मुंबई एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े को दिए जाने थे, जबकि बाकी के दस करोड़ रुपये एजेंसी के अन्य लोगों में बंटने थे. प्रभाकर ने इस मामले में शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी का जिक्र करते हुए दावा किया था कि किरण गोसावी की मुलाकात उनसे हुई थी. प्रभाकर के हलफनामे पर एनसीबी ने सवाल खड़े किए थे. जांच एजेंसी के अधिकारी मुत्था आशोक जैन ने बयान जारी करके कहा था कि सोशल मीडिया के जरिए हमें प्रभाकर सेल के हलफनामे के बारे में पता चला. प्रभाकर इस मामले में गवाह भी है और इस वजह से उसे ये आरोप कोर्ट के सामने पेश करने चाहिए, नाकि सोशल मीडिया पर. इसके बाद, सोमवार को जांच एजेंसी ने मुंबई की सेशंस कोर्ट में एक अर्जी दाखिल करके पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी थी और राहत की मांग की थी. कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अर्जी को खारिज कर दिया और किसी भी तरह की कोई राहत नहीं दी है.

न्यूज़ सोर्स  - आज तक 

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