Shamshera रिलीज के पहले जानें आखिर वाणी कपूर ने क्यों कहा, 'दोहरे फायदे में हूं मैं...'
मुझे लगता है कि आजादी तो वही होती है, जहां हमें अपने मन की हर चीज करने को मिले।’
आगामी दिनों में पीरियड फिल्म 'शमशेरा' में नजर आएंगी अभिनेत्री वाणी कपूर। इस फिल्म को वह बेहद खास मानती हैं। फिल्मों को लेकर पसंद व निजी जीवन की बातें वाणी कपूर ने साझा की दीपेश पांडेय के साथ....
फिल्म 'चंडीगढ़ करे आशिकी' में ट्रांसजेंडर की भूमिका निभाकर सबको चौंकाने वालीं अभिनेत्री वाणी कपूर अब पीरियड फिल्म 'शमशेरा' में डांसर के किरदार में नजर आएंगी। पीरियड फिल्मों में काम करने के अनुभव और चुनौतियों पर वाणी कहती हैं, 'लार्जर दैन लाइफ अनुभव वाली 'शमशेरा' मेरे करियर की पहली पीरियड फिल्म है। ऐसी फिल्मों में सबसे पहले तो हमें यह समझना पड़ता है कि हम किस दौर को दिखाने वाले हैं। उसके बाद उस दौर की ड्रेसिंग, लुक, बात करने और सोचने के तरीकों को समझना जरूरी होता है। ऐसी फिल्में करने का अलग, लेकिन अच्छा अनुभव होता है। इस फिल्म में मेरे किरदार का नाम सोना है, जो न सिर्फ एक मजबूत इच्छाशक्ति वाली लड़की है, बल्कि उसके अलग भावनात्मक पहलू भी हैं।'
सीटी बजाना चाहती थी
इस फिल्म के साथ अपने सफर को लेकर वाणी कहती हैं, 'सबसे पहले इस फिल्म के लिए निर्देशक करण मल्होत्रा ने मुझसे संपर्क किया था। दूसरी मुलाकात के दौरान उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई। यह कहानी मुझे इतनी अच्छी लगी कि मैं नैरेशन के दौरान ही सीटी बजाना चाहती थी। दरअसल, मैं भी ऐसी फिल्में मिस कर रही थी, तो इस फिल्म का हिस्सा बनना मेरे लिए दोहरे फायदे का सौदा रहा। पहला, यह कि बतौर दर्शक मैं जिस तरह की फिल्म देखना चाहती हूं, मुझे वैसी फिल्म का हिस्सा बनने का मौका मिल रहा है और दूसरा, इस फिल्म में बतौर कलाकार मुझे कुछ नया करने का मौका मिल रहा है। बाकी रणबीर कपूर और संजय सर (संजय दत्त) जैसे कलाकारों के साथ काम करने से बेहतर और क्या हो सकता है!'
बेहतर बनने का अवसर
सहकलाकार को लेकर प्राथमिकता पर वाणी कहती हैं, 'मेरे लिए फिल्म की स्क्रिप्ट ज्यादा मायने रखती है, लेकिन यह भी सच है कि आपके कोएक्टर भी आपकी परफार्मेंस बेहतर बनाने में मदद करते हैं। एक्टिंग में कोएक्टर का अहम योगदान होता है, क्योंकि एक्शन और रिएक्शन (क्रिया-प्रतिक्रिया) ही तो एक्टिंग होती है। मैंने रणबीर की कई फिल्में देखी हैं। बतौर कलाकार उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। मुझे यकीन था कि रणबीर और संजय सर (संजय दत्त) जैसे कलाकारों के साथ काम करते हुए, मैं कुछ न कुछ जरूर सीखूंगी और ज्यादा बेहतर हो पाऊंगी। मुझे नहीं लगता है कि कोई भी कलाकार ऐसे अवसर को मना करेगा।'
निर्देशक का नजरिया अहम
'शमशेरा' में वाणी डांसर का किरदार निभा रही हैं, इससे पहले भी कई फिल्मों में उनके डांस मूव्स काफी लोकप्रिय रहे हैं। डांस स्टेप को लेकर वाणी कपूर कहती हैं, 'डांस को लेकर मेरा कोई इनपुट नहीं होता। पूरी फिल्म निर्देशक के नजरिए पर होती है। वही कोरियोग्राफर को बताते हैं कि डांस मूव्स में क्या-क्या चीजें देखना चाहते हैं। मैं सिर्फ निर्देशक के नजरिए पर खरा उतरने की कोशिश करती हूं। इस फिल्म में करण ने हर सीक्वेंस में बाकायदा विस्तार से बताया है। जब निर्देशक अपने काम को लेकर इतने स्पष्ट होते हैं, तो डांस को लेकर मेरी सहजता और समझ भी बढ़ जाती है। मेरे लिए वह सिर्फ आइटम नंबर या नाच-गाना नहीं होता, मैं इसे एक्सप्रेशन आफ आर्ट समझती हूं।'
छीन लेती हूं लजीज खाना
'शमशेरा' में एक डायलाग है कि 'आजादी मांगने से नहीं, छीनने से मिलती हैं।' व्यक्तिगत जीवन में क्या चीजें छीननी पड़ती हैं? के सवाल पर वाणी कहती हैं, 'वैसे तो मैं बहुत सुलझी हुई लड़की हूं और मुझे किसी से कुछ भी छीनना पसंद नहीं है। हां, कभी-कभी मुझे अपनी पसंद का खाना छीनना पड़ता है। मैं पंजाबी हूं, स्वादिष्ट खाना देखकर दिल नहीं मानता है। तो मैं घरवालों से अनहेल्दी खाना छीनकर खाती हूं। मेरे लिए आजादी का मतलब, कुछ भी सोचने और अभिव्यक्त करने की आजादी से है। मुझे लगता है कि आजादी तो वही होती है, जहां हमें अपने मन की हर चीज करने को मिले।'