3 साल तक बिस्तर पर पड़े रहे, 300 से ज्यादा फिल्मों में किया काम

Update: 2023-08-27 17:30 GMT
मनोरंजन: मां की गोद में नजर आ रहे इस बच्चे की सच्ची कहानी आंखें नम कर देगी. करियर में 300 से ज्यादा फिल्में करने के बाद भी ये बच्चा कैसे धीरे-धीरे इंडस्ट्री से दूर होता गया. कोई नहीं जान पाया. नेगेटिव इमेज के जरिए इस बच्चे ने इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई. विलेन बनकर कई फिल्मों में फैंस को खूब एंटरटेन किया. लेकिन रियल लाइफ में उनकी जिंदगी का आखिरी पल बहुत दर्दनाक बीता. पहचाना क्या?
यकीनन फोटो में मां की गोद में नजर आ रहे इस बच्चे को पहचानना थोड़ा मुश्किल हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि फोटो में नजर आ रहा ये बच्चा कोई और नहीं बल्कि 1980-90 के दशक का जाना माना विलेन है, जिसने अपने दौर में खूब वाहवाही लूटी थी. बॉलीवुड में अब तक यूं तो कई विलेन रहे हैं और सभी ने अपने-अपने किरदारों से अपनी अलग पहचान बनाई. लेकिन हम जिस जाने-माने विलेन के बारे में बताने जा रहे हैं. ये पॉपुलर विलेन तो इस दुनिया को अलविदा कह चुका है. तो चलिए जानते हैं कि कौन हैं ये फेमस विलेन?
फोटो में नजर आ रहा ये मासूम बच्चा कोई और नहीं बल्कि 80-90 दशक में अपने दमदार अभिनय से इंडस्ट्री में जबरदस्त पहचान बनाने वाले महेश आनंद (Mahesh Anand) हैं. वह एक्टर होने के साथ-साथ एक अच्छे डांसर और मार्शल आर्ट के भी महारथी थे. फिल्मों में अक्सर ये विलेन की भूमिका में ही नजर आते थे. महेश आनंद ने अंतिम दिनों में बेहद खराब स्थिति देगी. आर्थिक तंगी के चलते अंतिम दिनों में उनकी हालत बहुत खराब हो गई थी. खरीदकर पानी पीने तक के लिए वह मोहताज हो गए थे और अपने फ्लैट में तीन दिन से मृत पाए गए थे और किसी को उनके मरने की खबर तक नहीं लगी थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो महेश आनंद देखते ही देखते इंडस्ट्री से गायब हो गए ते. उनका निगेटिव किरदारों में भी साइड रोल ऑफर होने लगे और फिर देखते ही देखते वह एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह गए. कहा तो ये भी जाता है कि काम न मिलने की वजह वह डिप्रेशन में भी चले गए थे, फिर उनका अंत बहुत बुरा हुआ. अंतिम दिनों में तो उनके हालांत बहुत बिगड़ गए थे.
सालों पहले अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए महेश आनंद ने अपने संघर्ष के दिनों का खुलासा किया था. उन्होंने बताया था वह स्टंटमैन भी रहे. अपने स्टंट वह खुद रीयल में किया करते थे. इसी दौरान उनके साथ एक बार एक ऐसा हादसा हुआ कि वह 6 महीने तक अस्पताल में पड़े रहे थे. वहां से आने के बाद उन्हें घर में बिस्तर पर 3 साल पड़े रहना पड़ा. उनका वजन भी काफी कम हो गया था. उन्हें काम भी मिलना बंद हो गया था. निजी जिंदगी में भी उन्हें कभी प्यार नहीं मिला कहा जाता है कि 5 शादियों के बाद भी वह अपने आखिरी दिनों तन्हां जिंदगी काट रहे थे.
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