मुश्किल में तारक मेहता का उल्टा चश्मा की बबीता जी, मुनमुन दत्ता पर लटकी गिरफ़्तारी की तलवार

Update: 2022-01-30 11:41 GMT

पॉपुलर शो Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah की बबीता जी यानी कि Munmun Dutta मुश्किल में फंसती नजर आ रही हैं. मामला इतना गंभीर है कि मुनमुन की गिरफ्तारी तक हो सकती है. यह सारा विवाद उनकी एक पुरानी वीडियो की वजह से हो रहा है. इसमें उन्होंने जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था.

दरअसल पिछले साल इस वीडियो के चलते मुनमुन का काफी विरोध हुआ था. इसके बाद उन्होंने अपने बयान के लिए माफी भी मांगी थी लेकिन मुश्किल नहीं टली. विवाद दोबारा इसलिए गर्मा गया है क्योंकि हिसार की एक विशेष अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है.
साल 2021 में मुनमुन ने अपने YouTube चैनल पर एक वीडियो पोस्ट की थी. इसमें उन्होंने एक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जो सीधे अनुसूचित जाति समुदाय को टारगेट करने वाली थी. वीडियो में, उन्होंने कहा, 'मैं यूट्यूब पर आ रही हूं, और मैं अच्छा दिखना चाहती हूं, भंगी की तरह नहीं दिखना चाहती.' इस वीडियो के अपलोड होते ही #ArrestMunmunDutta ट्रेंड करने लगा था.
Koimoi से बातचीत में मुनमुन दत्ता के वकील रजत कलसन ने बताया कि बबीता जी की अग्रिम जमानत याचिका हिसार में एससी / एसटी अधिनियम के तहत गठित एक विशेष अदालत द्वारा खारिज कर दी गई है. जज अजय तेवतिया ने उनकी जमानत खारिज कर दी, इसलिए उसकी गिरफ्तारी की संभावना ज्यादा है.
इस मामले में मुनमुन की शिकायत न केवल हिसार में बल्कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भी हुई थी. विवादास्पद वीडियो के खिलाफ इन सभी शिकायतों पर कार्रवाई की गई. एक्ट्रेस ने पहले सुप्रीम कोर्ट में हिसार में अपने मामले की जांच के लिए एक याचिका पेश की थी. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे ठुकरा दिया.
इसके बाद वह हाईकोर्ट गईं और अपनी गिरफ्तारी रोकने का अनुरोध किया लेकिन उनके पक्ष में कुछ नहीं हुआ. इसके बाद मुनमुन के वकील ने हिसार के एससी/एसटी एक्ट के तहत मामले को विशेष अदालत में स्थानांतरित कर दिया. 25 जनवरी को मुनमुन दत्ता की याचिका खारिज कर दी गई थी.
हालांकि विवाद के बाद एक्ट्रेस ने बयान के लिए माफी मांगी थी. उन्होंने कहा, 'यह एक वीडियो के बारे में है जिसे मैंने कल पोस्ट किया था जिसमें मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ निकाला गया है. यह कभी किसी की भावनाओं का अपमान करने, डराने-धमकाने, अपमानित करने या आहत करने के इरादे से नहीं कहा गया. मेरी भाषा की बाधा के कारण, मुझे वास्तव में इस शब्द के अर्थ के बारे में गलत जानकारी दी गई थी. एक बार जब मुझे इसके अर्थ से अवगत कराया गया तो मैंने तुरंत अपने शब्द वापस लिए. मैं हर जाति, पंथ या लिंग के हर व्यक्ति का सम्मान करती हूं और हमारे समाज या राष्ट्र में उनके अपार योगदान को स्वीकार करती हूं. इस शब्द के इस्तेमाल से अनजाने में आहत हुए हर एक व्यक्ति से तहे दिल से माफी मांगना चाहती हूं और मुझे इसके लिए दिल से खेद है.'

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