आयुष्मान खुराना की फ़िल्म 'अंधाधुन' तीसरी वर्षगांठ, एक्टर ने बताया अपने काम करने का तरीका
आयुष्मान खुराना
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) का कहना है कि वह स्वाभाविक रूप से आकर्षक कंटेंट की ओर आकर्षित होते हैं और वह पूरी तरह से निर्देशक के अभिनेता हैं. श्रीराम राघवन द्वारा निर्देशित 'अंधाधुन' की तीसरी वर्षगांठ पर, आयुष्मान ने निर्देशक को उनके साथ काम करने के लिए धन्यवाद दिया. आयुष्मान ने कहा, "मैं स्वाभाविक रूप से अच्छे स्क्रिप्ट की ओर आकर्षित होता हूं. 'अंधाधुन' हर चीज का एक संयोजन था." उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम राघवन हमारे देश के सर्वश्रेष्ठ निर्देशकों में से एक हैं और मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनके साथ रचनात्मक रूप से सहयोग करने का अवसर मिला.Also Read - Imlie Spoiler Alert: इमली की मां मीठी को घर में नौकरानी रखेगी मालिनी की मां अनु, लेकिन आएगा ये ट्विस्ट
"मुझे गर्व है कि अंधाधुन मेरी फिल्मोग्राफी का हिस्सा है. यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जिसने मुझे बहुत कुछ सीखाया. एक नेत्रहीन व्यक्ति की भूमिका निभाना जो पियानो बजाता है, कोई आसान काम नहीं था." अभिनेता ने खुलासा किया कि तैयारी प्रक्रिया और शूटिंग के दौरान निर्देशक ने मेरी सहायता की थी, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला. Also Read - पूजा बेदी की बेटी अलाया फर्नीचरवाला ने फिर से दिखाई अपनी Hot बॉडी...फैंस बोले 'हॉटेस्ट फोटोशूट'
आयुष्मान ने 'अंधाधुन' के दौरान एक कलाकार के रूप में चुनौती महसूस की और इसने उन्हें स्क्रीन पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए प्रेरित किया. वह कहते हैं, "मैं कुल मिलाकर निर्देशक का अभिनेता हूं और 'अंधाधुन' ने मुझे पहले से बेहतर अभिनेता बना दिया. इसने मुझे एक कलाकार के रूप में हमेशा खुद को चुनौती देना सिखाया.