Aryan Drug Case: किरण गोसावी खिलाफ और भी कई मामले दर्ज, इम्तियाज़ खत्री को फिर पूछताछ के लिए बुलाया
इसके बाद NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने दावा किया था कि किरण गोसावी उनका पंच गवाह है
बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan Drug Case) के मुंबई क्रूज पर चल रही एक ड्रग पार्टी से पकड़े जाने के दौरान NCB की टीम के साथ किरण गोसावी नाम का शख्स भी मौजूद था. अब इसी किरण गोसावी के खिलाफ पुणे पुलिस ने लुकाउट नोटिस जारी किया है और उसके देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. बता दें कि किरण गोसावी के खिलाफ पुणे के फारसखाना पुलिस थाने में साल 2018 में धोखाधड़ी का मामला दर्ज है. गोसावी ने सोशल मीडिया के जरिये मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से 3 लाख रुपये ठग लिए थे. इस मामले में 29 मई, 2018 को उसके खिलाफ शिकायत दर्ज़ की गई थी. मामला दर्ज़ होने के बाद से आरोपी गोसावी फरार चल रहा है.
उधर एनसीबी ने आज फिल्ममेकर इम्तियाज़ खत्री को तीसरी बार समन कर पूछताछ के लिए बुलाया है. इम्तियाज़ से क्रूज़ ड्रग्स मामले में पूछताछ हो रही है. इससे पहले एजेंसी ने खत्री से मंगलवार को 6 घंटो तक पूछताछ की थी. हालांकि खत्री ने क्या कहा इसकी डीटेल सामने नहीं आ पाई है. इम्तियाज खत्री से एनसीबी की ये तीसरे राउंड की पूछताछ होगी. इससे पहले दो बार उनसे पूछताछ हो चुकी है. एनसीबी ने पूछा कि क्या कभी इनको ड्रग लेते देखा है? इम्तियाज से साफ कहा कि मैं जानता हूं लेकिन ड्रग लेते हैं या नहीं लेते हैं मुझे जानकारी नहीं है. इम्तियाज़ खत्री से मुंबई के कुछ नेताओं और उनके बेटों के बारे में पूछा गया कि क्या इनका ड्रग से कोई कनेक्शन है इम्तियाज खत्री से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के बारे में पूछा गया कि क्या कभी आर्यन को ड्रग लेते हुए देखा है?
आर्यन के साथ गोसावी की सेल्फी हुई थी वायरल
बता दें कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की हिरासत में मौजूदगी के दौरान गोसावी की आर्यन खान (Aryan Khan) के साथ सेल्फी एनसीबी के गले की हड्डी बन गई थी. एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने सवाल उठाया था कि जब वह व्यक्ति NCB का कर्मचारी नहीं है तो वह जांच एजेंसी के अफसरों के साथ क्या कर रहा था और उसे आर्यन का हाथ पकड़कर NCB दफ़्तर में ले जाने का अधिकार किसने दिया?
इसके बाद NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े और डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने दावा किया था कि किरण गोसावी उनका पंच गवाह है और ऐसे और भी गवाहों की मदद केस में ली गई है. कानून में स्वतंत्र गवाह का प्रावधान है. मिली जानकारी के मुताबिक, किरण गोसावी को खुद NCB के ही एक इंटेलिजेंस अधिकारी ने बुलाया था. जानकारी के मुताबिक किरण और दूसरे एक गवाह को दो अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर इंटरनेशनल टर्मिनल ग्रीन गेट पर बुलाया गया था और उसे वहां समीर वानखड़े और टीम के दूसरे लोगों से उसका परिचय करवाया गया.
उसे NCB अफसर ने उसे वहां बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली है कि कॉर्डेलिया क्रूज पर कुछ लोग ड्रग्स के साथ आने वाले हैं. उस अफसर के पास कुछ संदिग्ध लोगों के नाम भी थे. अफसर ने दोनों को सर्च के दौरान उनके साथ मौजूद रहने को कहा और फिर NCB टीम गेट पास दिखाकर टर्मिनल के अंदर गई. गोसावी और दूसरे गवाह को अंदर जाने के लिए लिखित में इजाजत ली गई थी. सूत्रों के मुताबिक गोसावी इस पूरी कार्रवाई के पंच गवाह था.
किरण गोसावी ख़िलाफ़ और भी कई मामले दर्ज हैं
इस मामले के अलावा किरण गोसावी के खिलाफ पुणे के युवक ने भी शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस उस केस की जांच कर रही है. राज्य भर में गोसावी के खिलाफ चार FIR दर्ज हैं. इन सब के होते हुए अब पालघर में दो युवकों से 2018 में ठगी का यह मामला सामने आया है. गोसावी ने कुआलालंपुर के एक बड़े होटल में नौकरी दिलाने के नाम पर इन दोनों से 1 लाख 65 हजार रुपए लिए. ये पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए. इसके बाद दिसंबर 2018 में दोनों कुआलालंपुर जाने के लिए कोच्ची एयरपोर्ट पहुंचे. वहां उन्हें पता चला कि उनके टिकट और वीजे फ़र्जी हैं. इसके बाद इन दोनों ने किरण गोसावी से संपर्क करने की कोशिश की तो गोसावी फोन नहीं उठा रहा था.